शहर के व्यंकट मार्ग में घंटो बनी रही जाम की स्थिति लेकिन ट्रैफिक पुलिस का एक भी जिम्मेदार नहीं आया नजर…
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा शहर की ट्रैफिक व्यवस्था इन दिनों भगवान भरोसे है। कहने को तो शहर में ट्रैफिक व्यवस्था लिये डीएसपी से लेकर तीन तीन सूबेदार जैसे अधिकारी पदस्थ है लेकिन व्यवस्था जस की तस है। शहर की बेपटरी ट्रैफिक व्यवस्था के चलते अब लोगों को जाम से जूझने की आदत सी हो गई है और ट्रैफिक पुलिस भी पूरी तरह से बेफिक्र होकर सिर्फ और सिर्फ वसूली और बेगारी करने में मशगूल में है। हद तो यह है कि शहर की बिगड़ी इस व्यवस्था पर पुलिस के आला अधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि आखिर ट्रैफिक पुलिस पर किसका कंट्रोल है। क्या अधिकारियों का ट्रैफिक पुलिस पर कंट्रोल नहीं रहा या फिर कारण कुछ और है, फिलहाल यह सोचने की बात है।
दरअसल यह तमाम बाते हम इसलिये कर रहे है कि चूंकि आज शहर के प्रथम नागरिक यानी नगर गिगम महापौर अजय मिश्रा बाबा को खुद जाम को खुलवाते हुये सड़क पर देखा गया। देखा गया कि सड़क पर लंबा जाम लगा हुआ था लेकिन जाम को खुलवाने के लिये ट्रैफिक का कोई भी जिम्मेदार वहां मौजूद नहीं था ऐसे में खुद महापौर सड़क पर उतर आए और ट्रैफिक पुलिस की तरह जाम खुलवाने की जद्दो जहद करने लगे। माना जा रहा है कि यह तस्वीर ट्रैफिक विभाग के उन जिम्मेदारों के लिये बेहद ही शर्मनाक है जो अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़कर अपनी जेबे भरने में जुटे हुये है। बता दें कि यह नजारा शहर के व्यंकट मार्ग का है जहां तकरीबन दो घंटे तक जाम की स्थिति निर्मित रही ऐसे में उस मार्ग से गुजर रहे महापौर को खुद सड़क पर उतरना पड़ा।
बता दें कि जिस वक्त शहर के व्यंकट मार्ग में महापौर जाम खुलवाने की जद्दो जहद कर रहे थे तो दूसरी तरफ ट्रैफिक पुलिस शहर के ही अस्पताल चैराहे में दो पहिया वाहन चालकों से हेलेमट और ट्रिपलिंग के नाम पर वसूली करने में व्यस्त थी। शहर में ट्रैफिक की इस अव्यवस्था का आलम देखने के बाद अब सवाल यह उठता है की आखिर ऐसा क्या है जिसमें जिला मुख्यालय के आलाधिकारी भी इस शानदार अव्यवस्था को लेकर मौत व्रत पर है।
वहीं इस अव्यवस्था को अगर हम दूसरे नजरिया से देखें तो यातायात पुलिस निजी पूजी निवेश के लिए काफी मेहनत कर रही है। चूंकि ट्रैफिक पुलिस सुबह 5 बजे से चोरहटा एवं रतहरा बायपास सहित रिंग रोड में ट्रकों की व्यवस्था बनाने में आपको दिख जाएगी लेकिन शहर से गायब ही नजर आएगी मांनो जैसे ट्रैफिक पुलिस का शहर से दिल ही टूट चुका है। बहरहाल रीवा की ट्रैफिक व्यवस्था अब भगवान भरोसे ही है लेकिन खास बात तो यह है कि रीवा की ट्रैफिक पुलिस भले ही व्यवस्था को नहीं सुधार पा रही है लेकिन राजस्व की वसूली में नम्बर है जो रीवा वासियों के बेहद ही खुशी की बात हैै।