दौलत कमाने की चाहत में रिश्वतखोर बना पटवारी, 9 साल में 2 बार हुआ ट्रैप…
तेज खबर 24 रीवा।
कहते है दौलत की भूख इंसान को या तो सफलता की ओर ले जाती है या फिर तबाही की ओर लेकिन सफलता उसे ही मिलते ही जो मेहनत से दौलत को हासिल करता है लेकिन जिसने दौलत के लिये गलत रास्ता पकड़ा उसे सिर्फ सिर्फ मिलती है बदनामी। कुछ ऐसी ही भूख थी रीवा तहसील हुजूर में पदस्थ हल्का पटवारी को जिसे रिश्वत मांगने पर एक बार फिर बदनामी का सामना करना पड़ा है।
दरअसल रीवा लोकायुक्त ने पटवारी धीरज पाण्डेय को 10 हजार रुपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पटवारी ने रिश्वत की यह रकम प्रापर्टी डीलर से एक विवादित जमीन का निपटारा कराने के एवज में मांगी थी। लोकायुक्त टीम की मांने तो ट्रैप हुये पटवारी के खिलाफ यह दूसरी कार्यवाही है इसके पूर्व उसे 9 साल पहले वर्ष 2013 में लोकायुक्त नें ही रिश्वत लेते ट्रैप किया था जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
आज हुई कार्यवाही के संबंध में लोकायुक्त एसपी रीवा गोपाल सिंह धाकड़ ने जानकारी देते हुये बताया कि फरियादी अनुराग मिश्रा ने लोकायुक्त कार्यालय में आकर शिकायत दर्ज कराई थी कि वह रतहरा के समीप प्लाटिंग का कार्य कर रहा है जहां एक भूमि को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित है जिसका निरीक्षण पटवारी धीरज पांडे निवासी उपरहटी द्वारा किया गया है। जमीन के निरीक्षण के बाद लिखा पढ़ी फरियादी के पक्ष में करने को लेकर पटवारी द्वारा 10 हजार रूपए की रिश्वत मांगी गई है।
फरियादी अनुराग मिश्रा द्वारा की गई शिकायत को सत्यापित करने के बाद आज दोपहर तकरीबन 12 बजे लोकायुक्त की टीम द्वारा पटवारी धीरज पांडे को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों समान तिराहे के समीप ट्रैप कर लिया है और आंगे की कार्यवाही की जा रही है। लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि इसके पूर्व पटवारी धीरज पांडे को वर्ष 2013 में जमीन के एक मामले में रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम के द्वारा ही पकड़ा जा चुका है और पटवारी धीरज पांडे के ऊपर लोकायुक्त की यह दूसरी कार्रवाई है।