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रीवा मेडिकल काॅलेज का बाबू रिश्वत लेते गिरफ्तार: डीन के नाम पर पुलिस विभाग के हेड कांस्टेबल बाबू ने मांगी थी रिश्वत

हेडकांस्टेबल की किडनी ट्रांसप्लांट में लगे 4 लाख 33 हजार का बिल पास करने के लिये बाबू ने मांगी थी 15 हजार की रिश्वत
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा लोकायुक्त ने आज श्यामशाह मेडिकल काॅलेज के बाबू को मेडिकल बिल पास करने के एवज में 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बाबू ने रिश्वत की यह रकम काॅलेज के डीन के नाम पर सीधी जिले की पुलिस विभाग में पदस्थ हेड कांस्टेबल से मांगी थी। फरियादी हेड कांस्टेबल जब मेडिकल कालेज के चक्कर काट काटकर थक गया तो उसने लोकायुक्त की रीवा शाखा में शिकायत दर्ज कराई जिस पर आज लोकायुक्त ने ट्रैप कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। मामले में फरियादी द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद लोकायुक्त ने डीन की भूमिका को भी जांच में लिया है।


दरअसल यह कार्यवाही लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ के निर्देश पर 12 सदस्यीय टीम ने की है। एसपी लोकायुक्त के मुताबिक मेडिकल कालेज रीवा में पदस्थ बाबू भूपेन्द्र सिंह ने सीधी जिले के चुरहट थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक अनिल सोनी से मेडिकल बिल पास करने के एवज में 15 हजार रुपयों की रिश्वत की मांगी थी। मामले में फरियादी द्वारा की गई शिकायत पर आज ट्रैप की कार्यवाही करते हुये बाबू भूपेन्द्र सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है।


बताया गया कि फरियादी प्रधान आरक्षक अनिल सोनी ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसे किडनी में बीमारी थी जिसका उपचार प्रधान आरक्षक ने अपने खर्चे पर नागपुर में कराया गया था। तकरीबन साढ़े चार लाख उपचार में खर्च होने के बाद फरियादी ने उपचार में खर्च का बिल सरकारी मद से पास कराने के लिये लगाया था जिसमें नियमानुसार मेडिकल कालेज से संबंधित के मेडिकल का बिल पास किया जाता है जिसके लिये फरियादी तकरीबन डेढ़ साल से चक्कर काट रहा था।


लोकायुक्त से की गई शिकायत में फरियादी ने बताया कि मेडिकल खर्च का बिल पास कराने के लिये जब वह मेडिकल काॅलेज के बाबू भूपेन्द्र सिंह से मिले तो उनके द्वारा डीन के नाम पर 15 हजार रुपए बतौर रिश्वत की मांग की थी।
मामले में फरियादी की शिकायत जांच में सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त की टीम ने सुनियोजित तरीके से इस टैªप कार्यवाही को अंजाम दिया। बताया गया कि फरियादी ने जैसे ही बाबू के कक्ष में जाकर उसे रिश्वत की रकम दी तभी लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। मामले में बाबू के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और आंगे की कार्यवाही की जा रही है।

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