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290 एकड़ का होगा Rewa Airport : कैबिनेट बैठक में एयरपोर्ट निर्माण को मिली मंजूरी, 206 करोड़ की स्वीकृति प्रदान…

1800 बाय 45 मीटर की होगी हवाई पट्टी, टर्मिनल भवन, आइसोलेशन बे, एप्रन, सर्विस भवन का कराया जाएगा निर्माण
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा की हवाई पट्टी अब एयरपोर्ट में विकसित होने जा रही है। रीवा में एयरपोर्ट बनाने के लिये मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने सम्पन्न हुई कैबिनेट बैठक में हरी झंडी दे दी है। बताया गया कि रीवा एयरपोर्ट के लिये 64 एकड़ के अतिरिक्त कुल 290 एकड़ की भूमि की आवश्यकता थी जिसके अधिग्रहण के लिये कैबिनेट ने 206 करोड़ की स्वीकृति प्रदान कर दी है।


जानकारी के मुताबिक रीवा हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रुप में विकशित करने के लिये अधोसंरचना एवं आपरेशन पर होने वाले संपूर्ण राशि का वहन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। राज्य ने केवल भूमि अधिग्रहण कर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को आवंटित करने पर मुहर लगा दी है। हवाई अड्डे के उन्नयन के लिये भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने 50 करोड़ दिया था। इसके अतिरिक्त रीवा में एटीआर 72 टाइप विमान संचालन के लिये विकसित किए जाने के लिये 290 एकड़ भूमि राज्य शासन से उपलब्ध कराने को कहा था।


इनके प्रयास से संभव हुआ रीवा का सपना
रीवा में एयरपोर्ट बनने का सपना मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री व रीवा के स्थानीय विधायक राजेन्द्र शुक्ला प्रयासों से पूरा होना संभव हो सका है। पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने बताया कि हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रुप में विकशित करने का प्रयास वर्ष 2014 से किया जा रहा था जिसका प्रोजेक्ट अब जाकर धरातल पर आ सका है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट रीवा ही नहीं बल्कि विंध्य के लिये बड़ी उपलब्धि होगी। इससे ना सिर्फ रीवा के लिये विकाश के द्वार खुलेगे बल्कि पर्यटन के भी बढ़ावा मिलेगा।


ऐसा होगा एयरपोर्ट का मास्टर प्लान
290 एकड़ में 206 करोड़ की लागत से बनने जा रहे रीवा एयरपोर्ट के मास्टर प्लान के मुताबिक 1800 बाय 45 मीटर की हवाई पट्टी, टर्मिनल भवन, आइसोलेशन बे, एप्रन, सर्विस भवन, कार पार्किंग, डीवीओआर तथा बाउंड्री बनानी है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने रीवा हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रुप में विकसित करने के लिये पहले चरण में 50 करोड़ दे दिए है, जिसके लिये टेंडर की कार्यवाही पूर्ण होकर निर्माण एजेंसी को वर्क आर्डर हो चुका है। निर्माण के लिये लगने वाली शेष राशि लगभग 150 करोड़ रुपए भाविप्रा द्वारा दिया जाएगा।

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