गाय से दुष्कर्म कर रहे वृद्ध को ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस ने दर्ज किया रेप केस, भेजा गया जेल…
तेज खबर 24 रीवा।
बड़े बुजुर्गो का कहना है कि कलयुग में इंसान जानवर से भी बदतर हो जाएगा और यह बात अब सच साबित होती नजर आ रही है। कलयुग के इस युग में अब इंसान रुपी हैवानो को खुद में और बेजुबान जानवरो के बीच भी फर्क समझ आना भी बंद हो चुका है। हैवान रूपि इंसान से अब इंसान तो इंसान बेजुबान जानवर भी सुरक्षित नहीं है।
दरअसल मध्यप्रदेश के रीवा जिले में बेहद ही शर्मनाक मामला प्रकाश में आया है जहां 60 साल के वृद्ध ने गाय के साथ हैवानियत की हद को पार कर देने वाली घटना को अंजाम दिया है। आरोपी वृद्ध को यह कुकर्म करते खुद ग्रामीणों ने पकड़ा है। जिसे नग्न हालत में ही पकड़ कर हाथ और पैर बांध दिए गयें और पुलिस को बुलाकर सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने मामले में गाय पालक की तरफ से की गई शिकायत पर वृद्ध के खिलाफ पशु क्रूरता सहित पशु से दुष्कर्म का अपराध दर्ज कर लिया है और आगें की कार्यवाही की जा रहीं हैं।
मानवता को शर्मसार कर देने का यह मामला रींवा जिले के तराई अंचल में स्थित जनेह थाना क्षेत्र में रविवार की रात का है। जनेह थाना पुलिस के मुताबिक रविवार की रात सूचना प्राप्त हुई कि कुछ ग्रामीणों ने 60 साल के बुजुर्ग व्यक्ति को बंधक बनाकर रखा है। सूचना के बाद जब मौके पर जाकर देखा गया तो ग्रामीणों ने वृद्ध को नग्न हालत में हाथ पैर बांधकर रखें थे। पुलिस ने जब कारण पूछा तो बेहद ही चौंका देने वालीं बात निकलकर सामने आई।
ग्रामीणो का आरोप था कि उन्होंने वृद्ध को पड़ोसी के घर के बाहर बंधी गाय के साथ दुष्कर्म करते रंगे हाथ पकड़ा है। बताया गया कि रात के वक्त अंधेरे का फायदा उठाकर बुजुर्ग व्यक्ति खूटे में बंधी गाय के साथ हैवानियत की घटना को अंज़ाम दे रहा तभी लोगों की नजर उस पर जा पड़ी और रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
रात के वक्त गांव में हुये इस हंगामे के बाद पुलिस आरोपी बुजुर्ग को अपने साथ ले गई और घटना की सुबह गाय पालक की शिकायत पर वृद्ध के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। बता दें कि यह घटना समाज और इंसानियत को शर्मसार करती है। इस घटना से यह तो साफ जाहिर होता है कि कलयुग के इस युग में अब इंसान के अंदर का शैतान जानवर और इंसान के बीच का फर्क भूल चुका है । बहरहाल अब इंसान को जरूरत है अपने अंदर के शैतान को मारने की ताकि इस तरह की शर्मनाक घटना दोहराई न जा सके।