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भोपाल में हुए सुसाइड कांड के बाद रीवा में चक्का जाम, सड़क पर शवों को रखकर धरने पर बैठे परिजन…

1 करोड़ की सहायता, कंपनी के विरुद्ध एफआईआर, सीबीआई जांच सहित नौकरी देने की मांग…
तेज खबर 24 रीवा।
राजधानी भोपाल में दो मासूम बच्चों सहित दंपत्ति द्वारा सुसाइड करने के बाद शुक्रवार को उनका शव लेकर परिजन रीवा पहुंचे। परिजनों ने रीवा बनारस मार्ग स्थित बाईपास में चारों शवो को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। हैरत की बात तो यह रही कि चक्का जाम की सूचना के बाद भी घंटो ना तो पुलिस और ना ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा।

आक्रोशित परिजनों की मांग है कि 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि और घटना की जिम्मेदार कंपनी के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई सहित सीबीआई जांच की मांग और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नोकरी दिया जाए।

गौरतलब है की भोपाल के रातीबड़ इलाके में सुसाइड करने वाले विश्वकर्मा परिवार मूलत: रीवा के अम्बा गांव का रहने वाला है। यह परिवार भोपाल स्थित रातीबड़ इलाके की शिव विहार कॉलोनी में काफी समय से निवासरत था। पुलिस को गुरुवार की सुबह भूपेंद्र विश्वकर्मा उम्र 38 वर्ष, उनकी पत्नी रितु विश्वकर्मा उम्र 35 वर्ष, पुत्र ऋतुराज उम्र 9 वर्ष और ऋषिराज उम्र 3 वर्ष का शव घर के अंदर मिला था।

पति पत्नी का शव जहां फांसी के फंदे में लटक रहा था तो वहीं बच्चों के शव बेड पर पड़े हुए थे। पुलिस ने आशंका जताई है कि पहले दंपति ने बच्चों को जहर दिया होगा और फिर बाद में खुद फांसी के फंदे में झूल कर मौत को गले लगा लगाया है। सुसाइड नोट के मिलने के बाद प्रथम दृष्टया मामला कर्ज से परेशान होकर सुसाइड करने का प्रतीत हो रहा है पुलिस ने फिलहाल सुसाइड नोट को अपने कब्जे में ले लिया है और सुसाइड के असल वजह पता लगाने में जुट गई है।

भोपाल से चारों मृतकों के शव रीवा लेकर पहुंचे परिजनों ने शब को रीवा बाईपास पर रखकर चक्का जाम कर दिया। परिजनों की मांग है कि 1करोड़ रुपए की सहायता राशि और घटना की जिम्मेदार कंपनी के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई सहित सीबीआई जांच की मांग और एक सरकारी नोकरी दिया जाए। चकाज़ाम फिलहाल जारी है।

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