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फैमिली सुसाइड केस पर CM नें ली बैठक, बोले सुसाइड की घटना दर्दनाक,शीघ्र पकड़े जाए अपराधी…

सीएम नें पुलिस अधिकारियों को दिए निर्देश, कहा जो लोग ऐसे मामलों मे डरा रहे है, उन्हें पकड़े…
तेज खबर 24 भोपाल/रीवा।

राजधानी भोपाल में रीवा के परिवार द्वारा किए गए सुसाइड केस के मामले में शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गृह विभाग के अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की है। भोपाल में हुए इस फैमिली सुसाइड केस को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में परिवार के सदस्यों द्वारा आत्महत्या की घटना दर्दनाक है इसके अपराधी शीघ्र पकड़े जाएं। उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए रणनीति बनाएं जो लोग ऐसे मामलों में परिवारों को डरा धमका रहे हैं उन्हें जल्द से जल्द पकड़े। पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी ने मुख्यमंत्री को केस के बारे में विस्तृत जानकारी दी मीटिंग में डीजीपी सुधीर सक्सेना, पीएस ग्रह राजेश राजौरा, एडीजी आदर्श कटिहार, भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी, ओएसडी मुख्यमंत्री अंशुमन सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

बता दें कि बीते दिवस भोपाल के रातीबड़ इलाके में रहने वाले रीवा के भूपेंद्र विश्वकर्मा ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर पहले तो दो मासूम बच्चों को जहर दे दिया और फिर खुद फांसी के फंदे में खुलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस विश्वकर्मा फैमिली द्वारा किए गए सुसाइड की वजह ऑनलाइन लोन था। बताया गया कि भूपेंद्र कोलंबिया बेस्ट कंपनी में ऑनलाइन जॉब करते थे। भूपेंद्र पर काम का प्रेशर और लोन था। लोन कंपनी ने उनका लैपटॉप हैक कर उसमें मिले कांटेक्ट पर एडिटेड अश्लील वीडियो वायरल कर दिए थे। इससे परेशान होकर भूपेंद्र और उनका परिवार सुसाइड करने पर मजबूर हो गया।

महज एक लोन के चलते पूरे के खत्म हो जाने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मामले को गंभीरता से लिया है और इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सायबर क्राइम पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास हो की भोपाल और प्रदेश के अन्य स्थानों के नागरिक इस तरह के लोन जैसे कुचक्र में ना फंसे, उन्होंने कहा कि आमजन को आवश्यक जानकारियां देकर जागरूक बनाना है, परिवारों को संकट से बचाने के लिए सभी प्रयास करें और साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूकता अभियान भी बड़े पैमाने पर चलाया जाए।

बैठक में पुलिस अफसरों ने बताया कि भारत सरकार ने करीब 90 एप पर प्रतिबंध लगाया है। सचेत पोर्टल भी कार्य कर रहा है। बताया गया कि रिजर्व बैंक द्वारा कई ऐप अधिकृत नहीं है, जो प्रलोभन देकर लोगों को जाल में फंसाने का कार्य करते हैं और व्यक्ति की निजी जानकारियां प्राप्त करने का कार्य करते हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भोपाल में हुई घटना की गंभीरतापूर्वक जांच की जा रही।

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