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शिक्षा विभाग में रिश्वत का खेल : REWA जिला शिक्षा कार्यालय का बाबू 10 हजार की रिश्वत लेते हुआ ट्रेप, जानिए किस बात के लिये मांगी थी रिश्वत …

स्थापना शाखा के बाबू ने जिला शिक्षा अधिकारी के नाम पर मांगी थी 50 हजार की रिश्वत , 10 हजार लेते पकड़ाया…
तेज खबर 24 रीवा।


रीवा जिले के शिक्षा विभाग में चल रहे रिश्वत के खेल का बड़ा भंडाफोड़ हुआ है। रीवा लोकायुक्त की टीम ने जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय के बाबू को एक शिक्षक से 10 हजार रुपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी बाबू ने जिला शिक्षाधिकारी के नाम पर निलंबित शिक्षक से उसकी बहाली को लेकर बतौर रिश्वत 50 हजार की मांग की थी। शिक्षक ने 5 हजार रुपए पूर्व में ही दिए थे जबकि आज 10 हजार की दूसरी किश्त जैसे ही बाबू को दी तभी लोकायुक्त नें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।


दरअसल यह कार्यवाही गुरुवार की आज दोपहर लोकायुक्त कार्यालय से महज 100 मीटर दूर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में की गई है। लोकायुक्त की टीम नें जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय की स्थापना शाखा में पदस्थ बाबू विजय शर्मा को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त की इस कार्यवाही के बाद से शिक्षा कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा। लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक बाबू द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत प्राथमिक पाठशाला में पदस्थ शिक्षक रवि शुक्ला नें की थी।

कार्रवाई के संबंध में लोकायुक्त एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता रवि शुक्ला प्राथमिक पाठशाला कोष्टा में शिक्षक के पद पर पदस्थ है। फरियादी शिक्षक के विरुद्ध वर्ष 2013 में तत्कालीन डीओ उदय भान पटेल द्वारा रायपुर कर्चुलियान थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। मामले में फरियादी शिक्षक न्यायालय से दोषमुक्त होने के बाद अपनी बहाली को लेकर जिला शिक्षाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट रहा था।


फरियादी शिक्षक ने जिला शिक्षा विभाग कार्यालय में पदस्थ बाबू विजय शर्मा द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के नाम पर 50 हजार रुपए बतौर रिश्वत मांगने की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय में रीवा में दर्ज कराई। शिक्षक की शिकायत जांच में सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त की टीम ने ट्रैप कार्यवाही सुनियोजित कर आज कार्यवाही को अंजाम दिया है।


बताया गया कि बाबू ने बतौर एडवांस 5 हजार रुपए पूर्व में ही ले लिए थे जबकि आज 10 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त के हाथों पकड़ा गया है। मामले में लिपिक विजय शर्मा के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आंगे की कार्यवाही की जा रही है।

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