तेज खबर 24 मौसम।
मध्य प्रदेश में इस बार बारिश का रुख कमजोर पड़ गया है जिसके चलते प्रदेश के तकरीबन 45 जिलों में सूखे जैसे हालात बन रहे हैं। वर्षा कल का समय अब लगभग अंतिम पड़ाव पर पहुंचने लगा इसके बाद भी प्रदेश में तकरीबन अनुपात से आधी बारिश हो पाई है। वहीं तेज धूप होने के कारण गर्मी का पारा चढ़ा है और नमी भी कमजोर पड़ रही है यही वजह है कि अब फसले भी सूखने लगी हैं।
अगस्त माह में मानसून का दो ब्रेक
जानकारी के तहत अगस्त महीने में मानसून का दो बार ब्रेक लगा जिसके चलते महज 8 दिन ही बारिश हुई है जबकि अगस्त का महीना बारिश का पीक महीना होता है ।
11 साल में सबसे कम बारिश
बारिश को लेकर बताया जा रहा है कि तकरीबन 11 साल बाद बारिश की यह स्थित बनी है जब इतनी कम मात्रा में बारिश मध्य प्रदेश में रिकॉर्ड की गई जानकारी के तहत प्रदेश में 40% कम बारिश हुई है 1 जून से 31 अगस्त के बीच 26.05 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है जबकि इस अवधि में तकरीबन 31 इंच बारिश होनी चाहिए थी उस हिसाब से 40% कम बारिश मध्य प्रदेश में अभी तक हुई है ।
अब सितंबर माह में उम्मीद
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि सितंबर माह में बारिश की कुछ उम्मीद है और बंगाल की खाड़ी में एक वेदर सिस्टम बन रहा जिससे बारिश हो सकती है। माना जा रहा है कि बारिश अगर अच्छी हुई तो अल्प वर्षा की स्थिति से मध्य प्रदेश को राहत मिल सकती है, अन्यथा सूखे की मार किसानों को झेलनी पड़ेगी और इसका असर खरीफ के साथ-साथ रवि सीजन की फसलों पर भी पड़ेगा।