तेज खबर 24 खंडवा।
मध्य प्रदेश में अल्पवर्षा के कारण अब सूखे के हालात निर्मित हो चुके हैं। प्रदेश में सबसे अधिक कम बारिश के चलते किसी को नुकसान हुआ है तो वह किसान और प्रकृति की इस मार के बाद अब किसान अपनी फसलों को तबाह होता देखकर खुदकुशी करने पर मजबूर हो रहे हैं।
प्रकृति की मार झेल रहे एक किसान द्वारा खुदकुशी किए जाने का मामला मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में सामने आया है। यहां खेत में खड़ी हुई फसल के सूख जाने से किसान ने खेत में ही जाकर जहर निगल लिया। पीड़ित किसान को परिजनों द्वारा आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। परिजनों का कहना है कि एक ओर जहां किसान खड़ी हुई फसल के सूख जाने से तनाव में था तो वही डेढ़ माह पूर्व गांव में आई बाढ़ के दौरान उसके दो बैल बह गए थे। लेकिन आश्वासन मिलने के बाद भी आज तक मुआवजा नहीं मिला था।
दरअसल मामला खंडवा जिले के पुनासा तहसील स्थित देत गांव का है। जानकारी के मुताबिक देत गांव में रहने वाला 24 वर्षीय किसान सुखराम अपनी और अपने भाई की कुल 6 एकड़ जमीन में फसल लगता था। खेती किसानी से ही सुखराम का परिवार चलता था और वह फसल के तैयार हो जाने का इंतजार कर रहा था, लेकिन अल्प बारिश के कारण उसकी खड़ी हुई फसल सुख गई थी, जिसे देखकर वह काफी चिंतित था।
घटना दिनांक को किसान अपनी पत्नी के साथ खेत गया हुआ था पत्नी खेत में कम कर रही थी तभी सुखराम ने कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। तबीयत बिगड़ने के बाद किसान अपने खेत के ही नजदीक रहने वाले साथी के घर पहुंचा और उसे घटना की जानकारी दी। इसके बाद किसान को आनन फानन में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने के दौरान ही उसकी मौत हो गई। हालांकि इस मामले में पुलिस किसान के बयान दर्ज नहीं कर पाई है। फिलहाल मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।