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हॉस्टल में खाना खाते ही 100 से अधिक बच्चे हो गए बीमार, सभी को उल्टी दस्त की शिकायत, अस्पताल में बेड पड़ गए कम

जबलपुर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का मामला, बच्चों की बीमारी का पता लगाने खाने का लिया गया सैंपल
तेज खबर 24 जबलपुर।
मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के सैकड़ाभर से अधिक बच्चों के एक साथ बीमार पड़ जाने से हड़कम्प मच गया। सभी को पेट दर्द के साथ उल्टी-दस्त की शिकायत हुई थी। आशंका है कि उन्हें विषाक्त भोजन से यह समस्या उत्पन्न हुई। इन बच्चों को मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल व निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीमार बच्चे कक्षा छठवीं से 11वीं तक के छात्र-छात्रा हैं, इनमें दो दर्जन से अधिक की हालत गंभीर है और उन्हें आइसीयू मं भर्ती किया गया है।

जानकारी के अनुसार रामपुर छापर स्थित एकलव्य आदिवासी आवासीय विद्यालय में 450 बच्चे रहते हैं। इनमें छात्र और छात्रा शामिल हैं। सोमवार की रात खाने में चावल, दाल, रोटी के साथ कटहल की सब्जी बनी थी। सभी बच्चों ने एक साथ ही बैठकर खाना खाया था। इसके कुछ देर बाद ही उनकी हालत बिगड़ने लगी। पहले पेट दर्द की शिकायत हुई, फिर उल्टी-दस्त लगने लगे। विद्यालय के स्टाफ ने अधिकारियों को सूचना दी। बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए स्थानीय लोग कार से उन्हें अस्पताल लेकर भागे। वहीं, एंबुलेंस बुलाया गया। बीमार बच्चों की संख्या 100 से अधिक है।

इतनी बड़ी संख्या में बीमार बच्चों के अस्पताल पहुंचने से वहां अफरा-तफरी मच गई। डॉक्टरों ने आकस्मिक चिकित्सा विभाग में ही दवाएं देकर सामान्य किया फिर वार्ड में भेजा। बताया गया है कि आधा सैकड़ा बच्चों को विक्टोरिया लाया गया था, इनमें तीन की हालत गंभीर होने के कारण मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। जबकि 100 बच्चे मेडिकल अस्पताल पहुंचे। वहीं निजी अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया।

इधर उपचार व्यवस्था संभालने के लिए प्रबंधन ने जूनियर डॉक्टरों को बुलाया। विक्टोरिया अस्पताल में कुछ बच्चों को बेड पर लिटाया गया तो कुछ को चेयर पर बैठाकर बॉटल लगाई गई। सर्जरी वार्ड, हड्डी वार्ड में शिफ्ट किया गया। बच्चों के बीमार होने की सूचना पर उत्तर मध्य क्षेत्र के विधायक विनय सक्सेना, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, एसडीएम पंकज मिश्रा अमले के साथ विक्टोरिया और मेडिकल अस्पताल पहुंचे।

उप संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. संजय मिश्रा ने बताया कि 101 बच्चों को उपचार सुविधा दी गई है। कुछ बच्चे बेहोशी की हालत में थे और उल्टी में खून आने की भ शिकायत भी सामने आई है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि बच्चों की हालत स्थिर है। खाना विषाक्त होने की आशंका को देखते हुए खाद्य सुरक्षा की टीम को भेजकर खाने का सैंपल जुटाया गया है। जिसकी जांच कराई जाएगी। हालांकि विद्यालय प्रबंधन अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर पाया कि आखिर इतने बच्चे एक साथ कैसे बीमार हो गए।

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