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रीवा, 2 नर्सिंग होम सहित 1 क्लिनिक सील : बिना डॉक्टर स्टाफ के भर्ती मिले मरीज, क्लीनिक भी अवैध निकला

जिले के जावा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की कार्यवाही, खबर फैलते ही कथित डॉक्टर दुकान बंदकर भागे

तेज खबर 24 रीवा।

रीवा में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होमो और क्लीनिकों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अचानक से दबिश दे दी ।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक ही दिन में दो नर्सिंग होम और एक डेंटल क्लिनिक को सील कर दिया है वही कार्यवाही की खबर फैलते ही कथित डॉक्टरों में हड़कंप मच गया और वह अपनी अपनी दुकाने बंद कर फरार हो गए ।

दरअसल यह कार्यवाही सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के जवा तहसील में की है
जहां संचालित नर्सिंग होम में जाँच के दौरान डॉक्टर और स्टॉफ कोई नहीं था, मरीज अंदर भर्ती थे और उनका इलाज कौन कर रहा था इसकी जानकारी मरीजों को भी नहीं थी। फिलहाल लापरवाही मिलने पर अधिकारियों ने दो नर्सिंग होम सहित एक क्लीनिक को सील कर दिया है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया की जवा में नियम विरुद्ध तरीके से नर्सिंग होम संचालित होने की सूचना मिली थी। इसके बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरबी चौधरी, डॉ. अनुराग शर्मा, डॉ. विजय तिवारी की टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

सूचना पर अधिकारियों ने जवा के श्रीहरि हास्पिटल व अष्टभुजा अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर में दबिश दी। जांच में पाया गया, दोनों अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। जब डॉक्टर के संबंध में जांच दल ने जानकारी मांगी तो कुछ फर्जी कर्मंचारियों ने बताकर बचने का प्रयास किया। यहां तक कि पूरा मेडिकल स्टॉफ भी यहां मौजूद नहीं था। परिसर के अंदर मेडिसिन कचरा चारों ओर फैला हुआ था। दोनों नर्सिंग होम में मरीजों को भर्ती किया गया था।

वहीं अधिकारियों ने जवा में ही संचालित विद्या डेंटल क्लीनिक की जांच की तो वह बिना अनुमति के संचालित पाई गई। उसको भी अधिकारियों ने मौके पर सीज कर दिया।

इधर जवा क्षेत्र में टीम के पहुंचने की जानकारी फैलते ही कथित डॉक्टर अपनी दुकानें बंद कर गायब हो गए। बता दे की जवा सहित आसपास के इलाकों में काफी संख्या में झोलाछाप डॉक्टर अपनी दुकानें संचालित करते हैं, जो इलाज के नाम पर मरीज की जान दांव पर लगाने से भी नहीं चूकते है। इनमें बड़ी संख्या में यूपी के फर्जी डॉक्टर है जो गांवों में दुकानें संचालित कर रहे हैं। जैसे ही अधिकारियों की टीम जवा पहुंची तो वे अपनी दुकानें बंद कर गायब हो गए।

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