लिंक शेयर होते ही कई शिक्षकों ने छोड़ा गु्रप, महिला व पुरुष शिक्षकों के साथ कई प्राचार्य थे गु्रप में शामिल
तेज खबर 24 सतना।
बच्चों को शिक्षा का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षकों के वॉट्सएप ग्रुप में महिला शिक्षिका द्वारा आपत्तिजनक व अश्लील वीडियो की लिंक शेयर करने से हड़कंप मच गया। इस ग्रुप में जन शिक्षा केन्द्र के तकरीबन 199 शिक्षकों के साथ प्राचार्य जुडे़ है। महिला शिक्षिका ने ग्रुप में लिंक शेयर करने के बाद भी उसे काफी देर तक नहीं हटाया। मामले में संयुक्त संचालक ने महिला टीचर को सस्पेंड कर दिया है और उन्हें मुख्यालय के बीईओ कार्यालय अटैच कर दिया है।
दरअसल मामला सतना जिले के धवारी जन शिक्षा केन्द्र के तहत निष्ठा नाम से बनाए गए शिक्षकों के ग्रुप का है जिसमें एक महिला शिक्षिका द्वारा अश्लील वीडियों की लिंक शेयर की गई थी। महिला शिक्षिका ने यह लिंक गलती से शेयर किया था या फिर जानबूझकर यह जांच का विषय है, लेकिन लिंक के शेयर होते ही कई शिक्षक गु्रप से लेफ्ट हो गए थे और इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की।
जिला शिक्षा अधिकारी ने की कार्यवाही की सिफारिश
शिक्षकों के वॉटसएप ग्रुप में अश्लील लिंक शेयर करने के मामले में सतना जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के बाद संयुक्त संचालक को महिला शिक्षिका के खिलाफ कार्यवाही का प्रस्ताव भेजा था। जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले में गु्रप के एडमिन को भी दोषी बताया है। फिलहाल संयुक्त संचालक ने महिला शिक्षिका को सस्पेंड कर दिया है और निलंबन के दौरान उन्हे मुख्यालय बीईओ सोहावल कार्यालय अटैच किया है।
जन शिक्षक ने बनाया था शिक्षकों का वॉट्सएप ग्रुप
बताया गया कि शिक्षकों का यह ग्रुप जिन शिक्षा केन्द्र के जन शिक्षक ने बनाया था जिसमें जनशिक्षा केन्द्र के 199 महिला व पुरुष शिक्षकों के साथ कई स्कूलों के प्राचार्य भी जुडे़ हुये थे। गु्रप में अश्लील वीडियो लिंक शेयर के मामले में जन शिक्षक द्वारा दोषी महिला शिक्षिका को बचाने का दोषी ठहराया गया है जिनके खिलाफ भी कार्यवाही के लिये रिपोर्ट डीपीसी को भेजी गई है।