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REWA में जिला पंजीयक आफीसर का स्टेनों रिश्वत लेते गिरफ्तार : कार्यालय में 12 हजार लेते पकड़ा गया स्टेनों

रजिस्ट्री के लिये स्लॉट बुकिंग में जमा 1.20 लाख वापस करने एवज में मांगी थी 12 हजार की रिश्वत
तेज खबर 24 रीवा।


रीवा की लोकायुक्त टीम ने आज एक बार फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करते हुये जिला पंजीयक आफीसर के स्टेनों को 12 हजार रुपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रैप किया है। यह कार्यवाही कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित जिला पंजीयक कार्यालय में की गई है। जिला पंजीयक के स्टेनों ने रिश्वत की यह रकम रजिस्ट्री कराने के लिये स्लॉट बुकिंग के लिये जमा 1 लाख 20 हजार की रकम को रजिस्ट्री ना होने पर वापस करने के नाम पर 12 हजार की रिश्वत मांगी थी। मामले में फरियादी की शिकायत पर आज लोकायुक्त कार्यालय में स्टेनो धीरेन्द्र तोमर को फरियादी दीपक पाण्डेय की शिकायत पर रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त द्वारा की गई इस कार्यवाही से पंजीयक कार्यालय में हड़़कंप मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक शहर के गुलाब नगर निवासी फरियादी दीपक पाण्डेय ने 17 फरवरी को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी कि जिला पंजीयक कार्यालय में उसके द्वारा रजिस्ट्री के लिये दो स्लॉट बुक कराए थे जिसके लिये 1 लाख 20 हजार रुपए जमा किए गए थे। फरियादी द्वारा स्लॉट बुक कराने के बाद किसी कारणवश रजिस्ट्री विक्रेता ने मना कर दिया था जिस पर फरियादी ने रिफंड का आवेदन लगाया और इस रिफंड के एवज में जिला रजिस्टार के स्टेनों ने 12 हजार रिश्वत की मांग की थी।

एक दिन पूर्व हुई थी शिकायत
लेकायुक्त द्वारा की गई कार्यवाही के महज एक दिन पूर्व ही फरियादी ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी ने जिला पंजीयक आफीसर के रजिस्टार द्वारा 1 लाख 20 हजार रिफंड करने के एवज में 12 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था जिस पर लोकायुक्त ने एक दिन के भीतर ट्रैप की कार्यवाही पूरी कर आज स्टेनों को फरियादी से मांगी गई 12 हजार की रिश्वत की रकम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

फरियादी ने रिश्वत में जिला पंजीयक अधिकारी की बताई हिस्सेदारी
लेकायुक्त द्वारा की गई कार्यवाही के बाद फरियादी दीपक पाण्डेय ने जानकारी देते हुये बताया कि उसने स्लॉट बुकिंग के लिये जमा पैसों के रिफंड के लिये जब पंजीयक कार्यालय पहुंचकर पंजीयक आफीसर से मिला तो उनके द्वारा स्टेनों के पास भेजा गया। आरोप है कि स्टेनों ने जिला पंजीयक अधिकारी के नाम पर रिश्वत मांगी थी जिसमें 6 हजार में जिला पंजीयक अधिकारी की हिस्सेदारी थी जबकि 6 हजार स्टेनों ने स्वयं के लिये मांगे थे और बचे हुये 2 हजार अन्य खर्चे के लिये मांगे गए थे।

अन्य की संलिप्तता की होगी जांच
लोकायुक्त इस्पेक्टर जियाउल हक ने जानकारी देते हुये बताया कि जिला पंजीयक के स्टेनों धीरेन्द्र तोमर को 12 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। रिश्वत लेने में अन्य किसकी संलिप्तता है यह जांच का विषय है जिसकी जांच की जाएगी। फिलहाल रंगे हाथ पकड़े गए स्टेनों धीरेन्द्र तोमर के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।

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