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महिला लेखापाल 4 हजार रिश्वत लेते ट्रैप : रीवा लोकायुक्त ने बैढ़न जनपद कार्यालय में की कार्यवाही…

सड़क निर्माण के लिये स्वीकृत 2 लाख की राशि पंचायत खाते में डालने के एवज में मांगी गई थी रिश्वत…
तेज खबर 24 रीवा सिंगरौली।


प्रदेशभर में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को निरंतर जारी रखते हुये रीवा लोकायुक्त की टीम ने आज सिंगरौली जिले की महिला लेखापाल को 4 हजार रुपयों की रिश्वत लेते रंगे हाथ ट्रैप किया है। यह कार्यवाही सिंगरौली जिले के बैढ़न जनपद पंचायत के कार्यालय में की गई है। कार्यवाही से जनपद पंचायत कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारियों में हड़कंप मचा रहा। लोकायुक्त के रीवा एसपी गोपाल सिंह धाकड़ के निर्देश पर 12 सदस्यीय टीम आज बैढ़न पहुंची। फरियादी के द्वारा कार्यालय में लेखापाल के कक्ष में जैसे ही रिश्वत की रकम हांथ में दी गई तभी लोकायुक्त की टीम अंदर दाखिल हुई और लेखापाल को रंगे हाथ पकड़ लिया।


5 प्रतिशत कमीशन की रिश्वत
लोकायुक्त एसपी के मुताबिक बैढ़न जनपद पंचायत कार्यालय की महिला लेखापाल निधि शुक्ला ने सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार से ग्राम करारी में पीसीसी रोड के लिये स्वीक्रत राशि 2 लाख को पंचायत के खाते में डालने के एवज में 5 प्रतिशत कमीशन बतौर 5 हजार की रिश्वत मांगी थी।
रीवा लोकायुक्त में फरियादी ने की शिकायत
एसपी ने जानकारी देते हुये बताया कि फरियादी नन्द कुमार पाल निवासी ग्राम करारी पोस्ट माडा थाना बैढ़न ने लेखापाल निधि शुक्ला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी का आरोप था कि लेखापाल निधि शुक्ला के द्वारा करारी ग्राम पंचायत में पीसीसी रोड निर्माण के लिये स्वीक्रत राशि 2 लाख को पंचायत के खाते में डालने के एवज में 5 प्रतिशत कमीशन के रुप में 5 हजार रिश्वत की मांग की गई है। मामले में फरियादी की शिकायत जांच के दौरान सही पाए जाने के बाद एक दल सिंगरौली रवाना हुआ जहां आज सुनियोजित तरीके से फरियादी द्वारा दी गई 4 हजार रिश्वत की रकम देते लेखापाल निधि शुक्ला को रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
पूर्व में ले चुकी थी 1 हजार की रिश्वत
फरियादी नन्द कुमार ने लोकायुक्त टीम को बताया कि स्वीकृत राशि को पंचायत के खाते में डालने के लिये तय हुई रिश्वत की रकम में से 1 हजार पूर्व में ही दिए जा चुके थे जबकि बची हुई रकम को फरियादी नहीं देना चाहता था ऐसे में उसने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज करा दी और बची हुई 4 हजार की रकम लेते हुये लेखापाल को ट्रैप कर लिया गया।

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