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रीवा के जूनियर डॉक्टर मुरली ने हारी जिंदगी की जंग : एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाने की थी तैयारी, हवाई पट्टी पहुंचते ही थम गई सांसे

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में जूनियर डॉक्टर के रुप में अपनी सेंवाए दे रहे थे डॉ मुरली
तेज खबर 24 रीवा।


रीवा की सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में दूसरे मरीजों की जिंदगी बचाने वाला जूनियर डॉक्टर आज खुद जिंदगी की जंग हार गया। जूनियर डॉक्टर मुरली बीते कई दिनों से बीमार थे जिनकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर के सपोर्ट में रखा लेकिन हालत में सुधार ना होने के बाद उन्हें बेहतर उपचार के लिये दिल्ली ले जाने की तैयारी थी जिसके लिये एयर एम्बुलेंस भी रीवा पहुंच चुकी थी, लेकिन इस सारे प्रयासों के बाद भी जूनियर डॉक्टर मुरली की जान नहीं बचाई जा सकी और हवाई पट्टी पहुंचते ही मुरली ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर मुरली सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में अपनी सेवाएं दे रहे थे। बताया गया कि जूनियर डॉक्टर मुरली कई दिनों से बीमार थे, उन्हें बुखार था जिसे गंभीरता से नहीं लिया और बिना मेडिसिन डॉक्टर की सलाह के खुद उपचार लेते रहे। शुरुआत में जब उनकी हालत बिगड़ी तो सांस लेने में काफी दिक्कत होने लगी जिसके बाद उन्हें आनन फानन में आईसीयू में भर्ती किया गया। लेकिन सुधार ना होने पर वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया और अब बेहतर उपचार के लिये गुरुवार को उन्हें दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल ले जाने की तैयारी थी।

सीवियर निमोनिया ने ली जूनियर डॉक्टर की जान
डॉक्टरों की मांने तो जूनियर डॉक्टर मुरली को सीवियर निमोनिया था। सीवियर निमोनिया के कारण उनके फेफडे़ काम करना बंद कर दिए थे, उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही थी। जांच के दौरान डायबिटीज भी हाई होना बताया गया। जूनियर डॉक्टर मुरली को इन सारी समस्याएं होने के कारण उनके शरीर के अधिकांश अंगो ने काम करना बंद कर दिया था।

जान बचाने बनाया गया ग्रीन कॉरीडोर फिर भी नहीं बची जान
संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती जूनियर डॉक्टर को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली ले जाने के लिये अस्पताल से चोरहटा हवाई पट्टी तक ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया। यहां अस्पताल से लेकर हवाई पट्टी तक जगह जगह पुलिस तैनात की गई थी और महज चंद मिनटों के भीतर मरीज को हवाई पट्टी पहुंचाया गया लेकिन जब मरीज को एयर एम्बुलेंस में शिफ्ट किया गया तभी डॉक्टर मुरली ने दम तोड़ दिया।

डॉक्टर मुरली के निधन से चिकित्सका जगत में शोक की लहर
कई दिनों तक बीमारी से लड़ते हुये जिंदगी की जंग हार चुके जूनियर डॉक्टर मुरली के निधन से चिकित्सा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। जूनियर डॉक्टर मुरली के निधन पर मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन डॉक्टर मनोज इंदुलकर, डॉक्टर एपीएस गहरवार, वर्तमान डीन डॉ देवेश सारस्वत, एसजीएमएच के अधीक्षक डॉ एसपी गर्ग, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉ अक्षय श्रीवास्तव, सीएमओ डॉ अतुल सिंह, डॉ अम्बरीश मिश्रा, डॉ एसके त्रिपाठी, डॉ पुष्पेन्द्र शुक्ला सहित अस्पताल के समस्त स्टाफ ने शोक संवेदना व्यक्त की है।

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