लोकायुक्त की टीम ने महिला एवं बाल विकाश मऊगंज रीवा की परियोजना अधिकारी व सेक्टर पर्यवेक्षक को एक साथ रिश्वत लेते पकड़ा
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा लोकायुक्त टीम ने एक ही दिन में एक साथ दो कार्यवाहियां करते हुऐ अलग अलग विभाग के 4 अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ टै्रप किया है। लोकायुक्त ने अनंतपुर गृह निर्माण सहकारी समिति मर्यादित रीवा के प्रबंधक व डायरेक्टर को एक साथ पकड़ने के बाद महिला एवं बाल विकाश मऊगंज की दो महिला अधिकारियों को भी रिश्वत लेते पकड़ा है।
महिला अधिकारियों ने स्व सहायत समूह के संचालक से मध्यांन्ह भोजन का बिल पास करने के एवज में 20 हजार रुपयों की मांग की थी जिन्हें आज 10 हजार की रिश्वत लेते उन्हीं के कार्यालय मे रंगे हाथ ट्रैप किया गया। यह कार्यवाही लोकायुक्त की टीम ने महिला एवं बाल विकाश कार्यालय मऊगंज में की है जहां परियोजना अधिकारी सहित सेक्टर पर्यवेक्षक को रिश्वत लेते पकड़ा गया है। बताया गया कि महिला अधिकारियों ने फरियादी से पूर्व में ही बिल कैंसल करने का डर बताकर 5 हजार रुपए ले चुकी है जिसके बाद उस पर दोबारा रिश्वत देने का दबाव बनाया जा रहा था।
यह पूरी कार्यवाही लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ के निर्देश पर निरीक्षक प्रमेन्द्र कुमार के नेतृत्व में 12 सदस्यीय टीम ने की है। कार्यवाही के संबंध में लोकायुक्त एसपी ने जानकारी देते हुये बताया कि शुक्रवार को महिला एवं बाल विकाश कार्यालय मऊगंज में विभाग की परियोजना अधिकारी माया सोनी व सेक्टर पर्यवेक्षक अंजू त्रिपाठी को फरियादी राजेश वर्मा से 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है।
जानकारी के मुताबिक फरियादी राजेश वर्मा निवासी मऊगंज द्वारा समूह का संचालन कर मध्यान्ह भोजन का वितरण किया जाता है। फरियादी मध्यांन्ह भोजन का बिल पास कराने के लिये मऊगंज कार्यालय के चक्कर काट रहा था जिससे रिश्वत की मांग की गई। फरियादी ने परेशान हाल होकर कार्यालय में पदस्थ परियोजना अधिकारी माया सोनी एवं सेक्टर पर्यवेक्षक अंजू त्रिपाठी के खिलाफ लोकायुक्त कार्यालय रीवा में शिकायत दर्ज कराई। लोकायुक्त एसपी ने शिकायत की जांच कराई जो सही पाए जाने के बाद ट्रैप कार्यवाही सुनियोजित कर आज इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया।
बताया गया कि महिला अधिकारियों ने 20 हजार रुपयों की मांग की थी जिस पर फरियादी आज 10 हजार रुपए रिश्वत देने पहुंचा था तभी लोकायुक्त ने रिश्वत की रकम लेते दोनों महिला अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। फरियादी ने लोकायुक्त को बताया कि महिला अधिकारियों ने उससे 5 हजार रुपए पूर्व में ही बिल कैसल होने का डर बातकर लिया था। फिलहाल लोकायुक्त ने इस टै्रप कार्यवाही के बाद महिला अधिकारियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है और अब आंगे की कार्यवाही की जा रही है।