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जर्मनी के डॉ. थॉमस ने रीवा के डॉक्टर शुभम मिश्रा को दी गुठने एवं कूल्हे बदलने की फैलोशिप उपाधि, दिल्ली में किया गया रिसर्च में काम

डॉक्टर शुभम ने दिल्ली में रिसर्च के दौरान जर्मन डॉक्टर थॉमस के साथ मिलकर गुठने के किए 200 और कूल्हे के 70 सफल ऑपरेशन
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा के संजय गांधी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर शुभम मिश्रा ने देश की राजधानी दिल्ली में एक रिसर्च के दौरान चिकित्सा जगत में एक नई उपलब्धि हासिल कर देशभर में रीवा का नाम रोशन किया है।

संजय गांधी अस्पताल में पदस्थ हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शुभम मिश्रा ने दिल्ली में संत परमानंद हॉस्पिटल एवं दिल्ली ट्रॉमा सेंटर में जर्मनी से आए हुए डॉ साइमन थॉमस के साथ मिलकर घुटने एवं कूल्हे के लेटेस्ट गाइडलाइन एवं नई रिसर्च में काम किया। जिसमें उन्होंने घुटने के करीब 200 और कूल्हे के 70 सफल ऑपरेशन किया गया। इसके तहत उन्होंने रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट में भी हिस्सा लिया। यह टेक्नोलॉजी जर्मनी अमेरिका और जापान में है। भारत में करीब कुछ ही अस्पतालों में यह तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। यह पूरे विंध्य वालों के लिए खुशी की बात है कि अब यह ऐसे ऑपरेशन हमारे सुपरस्पेशल्टी एवं संजय गांधी अस्पताल में भी कर सकेंगे। डॉक्टर शुभम मिश्रा ने एक महीना दिल्ली में रहकर ऑपरेशन किया। जर्मनी के डॉक्टर साइमन थॉमस को रीवा में आमंत्रित भी किया जिससे वह आने वाले भविष्य में यहां वर्कशॉप मेडिकल कॉलेज में करवा सकेंगे।


डॉक्टर शुभम मिश्रा कि इस अनुसरणीय काम के लिए दिल्ली इंस्टिट्यूट एवं ट्रामा सेंटर द्वारा घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण में फैलोशिप डिग्री की उपाधि दी गई। इससे जो भी लोग घुटना एवं कूल्हे के दर्द से चलने बैठने मैं असमर्थ है उनके लिए विशेष प्रत्यारोपण द्वारा मरीजों को लाभ लेने का अवसर मिलेगा। इस फेलोशिप की उपाधि पाए जाने पर अस्थि रोग विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ पंकज कुमार लखटकिया, प्रोफेसर डॉक्टर अमित चौरसिया, डॉक्टर विद्या भूषण सिंह, डॉ पीके वर्मा एवं अन्य साथी द्वारा बधाइयां दी गई। इस उपाधि को पाने के लिए डॉक्टर शुभम मिश्रा ने बहुत मेहनत करी । रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट एक तरह की नई तकनीक से जिसमें रोबोट द्वारा घुटना प्रत्यारोपण किया जाता है।

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