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रीवा के कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों की सूची मे फंसी पेंच, अंतर्कलह के डर से अब तक नहीं हुई प्रत्याशियों की घोषणा…

बडे़ नेताओं ने चहेतो को टिकट दिलाने झोंक दी ताकत, जमीनी और सक्रिय कार्यकर्ता शोशल मीडिया व्यक्त कर रहे आक्रोश…
तेज खबर 24 रीवा।
मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव के लिए नामांकन पर्चा दाखिल करने 18 जून की तारीख अंतिम तारीफ निर्धारित की है और इस तारीख के लिए सिर्फ और सिर्फ 2 दिन का ही समय बचा हैए ऐसे में पार्षद प्रत्याशियों नामांकन पर्चा दाखिल करने की चिंता सता रही।
दरअसल रीवा जिले में कांग्रेस पार्टी की ओर से अब तक पार्षद प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है माना जा रहा है कि पार्षद प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर कांग्रेस में अंतर्कलह मची हुई है और इसी अंतर्कलह के डर से कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पा रही है।

कांग्रेस सूत्रों की माने तो पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने अपनी ही पार्टी के जमीनी और सक्रिय कार्यकर्ताओं की जगह अपने चहेतों को वार्ड पार्षद का टिकट दिलाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है ऐसे में पार्टी के अंदर घमासान की स्थिति निर्मित है और पार्टी खुद पार्षद प्रत्याशियों की घोषणा करने में असमंजस में फंसी हुई है। इधर पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ताओं में प्रत्याशियों की घोषणा होने से पहले ही पार्षद पद की दावेदारी करने वालों में असंतोष व्याप्त है और वह सोशल मीडिया में अपना आक्रोश भी व्यक्त कर रहे है। बहरहाल अब देखना यह है कि नामांकन जमा करने के लिए महज 2 दिन का समय ही बचा हुआ है ऐसे में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा कब करती है।

महापौरी में जल्दी लेकिन पार्षदी में देरी क्यों…
बता दें कि कांग्रेस ने महापौर प्रत्याशी के नाम की घोषणा करने में जरा भी देर नहीं लगाई और भारतीय जनता पार्टी से पहले ही रीवा नगर निगम के लिए महापौर प्रत्याशी के रूप में अजय मिश्रा बाबा के नाम की घोषणा कर दिया था जिसके कई दिनों बाद बीजेपी ने अपने प्रत्याशी का नाम घोषित किया लेकिन बीजेपी ने पार्षद प्रत्याशियों की घोषणा करने में जरा भी देरी नहीं की और बुधवार को ही भाजपा ने नगर निगम के सभी 45 वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी कर उनके नामों की घोषणा कर दी है लेकिन कांग्रेस का अब तक सूची जारी नहीं करना कहीं ना कहीं आपसी सामंजस्य का ना होना माना जा रहा है।

पार्टी के वादों फिरा पानी

बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अपने सक्रिय कार्यकर्ताओं और जमीनी नेताओं पर ही विश्वास जताकर उन्हें पार्षद पद का टिकट देने का वादा किया था और पार्टी अपना वादा पूरा करने ही जा रही थी लेकिन पार्टी के ही कुछ बड़े नेता पार्टी के इस मंसूबे में पानी फेरते हुए अपने चहेतों को टिकट दिलाने की होड़ में जुट गए और इन नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंकते हुए पार्टी द्वारा तैयार की गई लिस्ट में बड़ा फेरबदल करा दिया। हालांकि कांग्रेस ने अब तक पार्षद प्रत्याशियों की लिस्ट जारी नहीं की है लेकिन कांग्रेस का प्रत्याशियों की घोषणा में देरी करना कहीं ना कहीं अंतर्कलह माना जा रहा है बहरहाल अब देखना यह है कि कांग्रेस पार्टी की ओर से पार्षद प्रत्याशियों की घोषणा कब की जाती है।

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