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विश्व की वुमेन-19 में शामिल रीवा की रंजना ने दिल्ली में किया प्रदेश का प्रतिनिधित्व…

15 अगस्त को प्रसारित होने वाले “स्वस्थ बनेगा इंडिया” कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन के साथ किया संवाद…
तेज खबर 24 रीवा।
विश्व के 19 देशों में से पहली तीन प्रभावशाली महिलाओं में शुमार रीवा की रंजना ने एक बार फिर मध्य प्रदेश को गौरवान्वित किया है। कोरोना काल में साहसिक कार्य कर दुनिया की वूमेन-19 की सूची में तीसरा स्थान पाने वाली रीवा की आशा कार्यकर्ता रंजना द्विवेदी अब दिल्ली में आयोजित हुए स्वस्थ बनेगा इंडिया कार्यक्रम में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है। नई दिल्ली में आयोजित हुए इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बॉलीवुड के स्टार अभिनेता अमिताभ बच्चन के साथ संवाद कर रंजना ने अपना विजन रखा।


जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम का प्रसारण टेलीविजन पर 15 अगस्त को किया जाना है। दरअसल 15 अगस्त को देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी और इस वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए एनडीटीवी ने स्वस्थ बनेगा इंडिया कार्यक्रम दिल्ली में आयोजित किया। इस कार्यक्रम में देश की जानी.मानी शख्सियतों के उल्लेखनीय योगदान को एक नई पहचान देने और संवाद के लिए दिल्ली बुलाया गया था। 31 जुलाई को आयोजित हुए इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अभिनेता अमिताभ बच्चन थे। इसमें मध्य प्रदेश के रीवा की आशा कार्यकर्ता रंजना द्विवेदी सहित देश के अन्य 8 राज्यों की स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया गया था, जिसमें उड़ीसा, नागालैंड, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान की स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया हैं। रंजना ने संवाद के दौरान स्वास्थ से जुड़ी बाते रखी और विजन पर भी चर्चा की।

जानिए कौन है रंजना और कैसे बनी विश्व की प्रभावशाली महिला…
मध्य प्रदेश के रीवा जिला स्थित तराई अंचल के कोनी रूपौली गांव में रहने वाली रंजना द्विवेदी पेशे से आशा कार्यकर्ता हैं। रंजना कोरोना काल में साहसिक कार्य कर दुनिया की वूमेन-19 की सूची में तीसरा स्थान हासिल किया। कोरोना संकट काल में उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रदेश स्तर पर उन्हें सम्मानित भी किया गया। रीवा के तराई अंचल में स्थित जवा के पहाड़ी गांव गुरगुदा तक पहुंच मार्ग की समस्या के बावजूद आशा कार्यकर्ता रंजना ने कोरोना से हिम्मत नहीं हारी और यहां भी पहुंच कर उन्होंने लोगों को जागरूक करने का काम किया। वह हर दिन 7 किलोमीटर पैदल और नदी पार कर गुरगुदा पहुंचती थी और वहां पोस्टर के जरिए कोरोनावायरस से लोगों को अवगत कराती और उन्हें जागरूक करने का काम करती थी।

कोरोना काल में किए गए रंजना के साहसिक कार्य के आधार पर अमेरिकी संस्था एनपीआर ने उन्हें अपने सर्वे में शामिल किया। कोविड-19 के दौर में सर्वे कर दुनिया की वुमेन -19 की सूची जारी की थी। इसमें रीवा की रंजना को तीसरा स्थान मिला। गत वर्ष भोपाल में राज्य सरकार ने भी उन्हें सम्मानित किया था। बता दें कि रंजना ने तमाम चुनौतियों की चिंता किए बिना कोरोना काल में अपने दायित्वों का निर्वाहन पूरी ईमानदारी के साथ किया था वह ना तो डकैतों से डरी और ना ही जंगली जानवरों से। रंजना के इस योगदान को देखते हुए उन्हें न सिर्फ जिला और प्रदेश स्तर पर सम्मान मिला बल्कि देश और दुनिया में भी सम्मान हासिल किया है।

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