रिजिट विडियो ब्रांको स्कॉपी विधि से पहली बार सफल सर्जरी कर बचाई गई बच्चे की जान
तेज खबर 24 रीवा।
14 माह पूर्व जन्मे बच्चे की श्वासनली में मूंगफली के दांने फंसने से उसकी जान पर बन आई। बच्चे की हालत बिगडते ही परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने जटिल प्रक्रिया की सर्जरी कर बच्चे की जान बचाई है।
मामला विंध्य के सबसे बडे अस्पताल संजय गांधी अस्पताल रीवा का है जहां अस्पताल में रिजिट विडियो ब्रांको स्कॉपी विधि से पहलीबार सफल सर्जरी कर कीर्तिमान स्थापित किया गया है। इस अत्यंत जटिल ऑपरेशन को इएनटी विशेषज्ञ डॉ. मोहम्मद अशरफ के नेतृत्व में अंजाम दिया गया है। बताया कि अब इस प्रकार की सर्जरी संजय गांधी अस्पताल में आसानी से हो सकती है और ऐसे मरीजों को बड़े शहरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे उनका समय और धन दोनों बचेगा। ऑपरेट किए गए बच्चे की हालत अब पूरी तरह से स्वास्थ्य है।
जानकारी के अनुसार सतना जिले के ग्राम पंचायत विधुई खुर्द निवासी रितिक साकेत पिता राजकुमार साकेत उम्र 14 माह ने मूंगफली के कई दाने निगल लिए थे। मूंगफली के दाने उसकी श्वांस नली में जाकर अटक गए, जिससे उसको श्वांस लेने में दिक्कत हुई और उसकी हालत बिगडऩे लगी। अत्यंत गंभीर हालत में उसको 16 अगस्त को संजय गांधी अस्पताल रीवा लाया गया, जहां उसको बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया। बच्चे की लगातार बिगड़ती हालत को देखकर उसे डॉ. अशरफ के पास रेफर किया। जहां डॉण. अशरफ ने बच्चे की श्वांस नली में ऑपरेशन का निर्णय लिया। उन्होंने इस सर्जरी के लिए खुद सहायक सामग्री का इंतजाम किया और 18 अगस्त को बच्चे का रिजिट विडियो ब्रांको स्कॉपी विधि से सफल ऑपरेशन कर श्वांस नली से मूंगफली के दानों को निकालकर बाहर किया जिससे मासूम बच्चे की जान बच पाई। बच्चे के पिता राजकुमार ने बताया कि उनका बेटा अब पूरी तरह से स्वास्थ्य है।
बच्चे के ऑपरेशन को लेकर डॉक्टर अशरफ ने बताया कि बच्चा छोटा है जिससे रिजिट विडियो ब्रांको स्कॉपी विधि का सहारा लिया गया और ऑपरेशन सफल रहा। रीवा में इस प्रकार की सर्जरी पहली बार की गई है। आगे भी यह सुविधा अब संजय गांधी अस्पताल में विंध्य क्षेत्र के मरीजों को मिलेगी और उन्हें ऐसे केसों में भटकना नहीं पड़ेगा।