2 महीने पूर्व एमपी के तस्करों की अमृतसर पुलिस को मिली थी जानकारी, खरगोन व बुरहानपुर के 3 हथियार सप्लायर हुए गिरफ्तार
तेज खबर 24 एमपी।
मध्य प्रदेश के तीन हथियार सप्लायरों को पंजाब की अमृतसर पुलिस ने दो अलग अलग जिलों में दबिश देकर गिरफ्तार किया है। पंजाब पुलिस के हाथ लगे एमपी के इन सप्लायरों के कब्जे से बड़ी मात्रा में हथियार भी जब्त किए गए हैं। फिलहाल इन सप्लायरों को पुलिस अपने साथ अमृतसर ले गई है जहां उनसे हथियारों की सप्लाई के संबंध में पूंछताछ की जाएगी।
पंजाब पुलिस को आशंका है कि हथियार सप्लायरों के कनेक्शन खालिस्तानी आतंकियों से जुड़ा हुआ है जिनके द्वारा उन्हें हथियार सप्लाई किए जाते होंगे। फिलहाल पुलिस इस कनेक्शन पर संदेह व्यक्त करते हुए यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि एमपी के इन हथियार सप्लायरों का पंजाब में तस्करी करने के पीछे क्या उद्देश्य था।
दरअसल पंजाब पुलिस ने एमपी के तीन हथियार सप्लायर को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सप्लायरों में दो मध्य.प्रदेश के खरगोन के रहने वाले हैं जबकि एक सप्लायर बुरहानपुर का बताया गया है। पंजाब पुलिस ने इन तीनों सप्लायरों के कब्जे से तकरीबन 63 देसी पिस्टल जब्त किया है।
पंजाब की अमृतसर पुलिस की माने तो एमपी के इन तस्करों के संबंध में 2 माह पूर्व अम्रतसर में पकड़े गए आरोपियों से जानकारी मिली थी। पूर्व में पकड़े गए आरोपियों ने बरामद हुए हथियार खरगोन के सप्लायर से खरीदना बताया था। उक्त जानकारी मिलने के बाद पुलिस लगातार एमपी के तस्करों की जानकारी जुटाकर उनकी तलाश करती रही जिन्हें बीते दिवस गिरफ्तार किया गया है।
अमृतसर पुलिस के मुताबिक एमपी से गिरफ्तार हथियार सप्लायरों में सोनू सिंह पिता प्रताप सिंह सिकलीगर निवासी सिगनूर खरगोन, भूरा पिता केशव सिंह निवासी रेटवा खरगोन और कैलाश मानसिंह निवासी बुरहानपुर शामिल है। कार्रवाई के दौरान आरोपी सोनू के कब्जे से 8 देशी पिस्टल आरोपी भूरा के कब्जे से 25 और आरोपी कैलाश के कब्जे से 30 देशी पिस्टल जप्त की गई है। पंजाब पुलिस फिलहाल इन सभी आरोपियों को अपने साथ अमृतसर ले गई है। जहां उनसे सख्ती से पूछताछ की जाएगी।
पुलिस ने संभावना व्यक्त करते हुए बताया है कि इन हथियारों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में किया जाना था। पुलिस का कहना है कि पंजाब में खालिस्तान आतंकियों का मूवमेंट और गैंगवार अक्सर होता रहता है ऐसे में इन अपराधियों से कड़ी पूंछताछ कर पता लगाया जाएगा कि अवैध हथियारों की सप्लाई के पीछे क्या उद्देश्य था ।