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CONGRESS के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की रेस शुरू : आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरु, जानिए रेस में कौन कौन है शामिल…

22 साल बाद काग्रेंस में अध्यक्ष पद का होने जा रहा चुनाव, गांधी परिवार से नहीं है कोई नाम…
तेज खबर 24 नई दिल्ली।
भारत देश की सरकार के विपक्ष में बैठे राष्ट्रीय दल कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के ही दिग्गज नेताओं के द्वारा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने की मंशा अब पूरी होने जा रही है। राष्ट्रीय दल कांग्रेस में 22 सालों बाद अध्यक्ष पद का चुनाव होने जा रहा है जिसमें 4 राज्यों के बड़े नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस में गांधी परिवार के किसी भी सदस्य का नाम शामिल नहीं है।

गौरतलब है कि एक लंबे अरसे के बाद कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलने वाला है और इस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया भी आज से शुरू कर दी गई है और यह प्रक्रिया आगामी 30 सितंबर तक जारी रहेगी। बताया गया कि नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद 1 अक्टूबर को नॉमिनेशन की जांच होगी और उसी दिन हुए कैंडिडेट की लिस्ट जारी की जाएगी। इसके अलावा उम्मीदवारी वापस लेने के लिए 8 अक्टूबर की तारीख निर्धारित की गई है। वही इस चुनाव प्रक्रिया में अगर एक से अधिक कांग्रेस नेता ने नामांकन दाखिल किया तो 17 अक्टूबर को वोटिंग कराई जाएगी और 19 अक्टूबर को इसके नतीजे घोषित किए जाएंगे। हालांकि आज से शुरू हुई नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया में अब तक किसी भी कैंडिडेट ने पर्चा दाखिल नहीं किया है लेकिन दावेदारों की रेस में 4 नाम सामने आ रहे हैं जिनमें सबसे पहला नाम राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है। इसके अलावा शशि थरूर, राज्यसभा सांसद व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सहित पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी का नाम भी शामिल है।

मीडिया रिपोर्ट की माने तो कांग्रेस से अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गांधी परिवार के हेते कैंडिडेट हैं और इसी सिलसिले को लेकर अशोक गहलोत ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से 2 घंटे तक बातचीत भु की थी। इसके अलावा अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि वह राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए मनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने सीएम और अध्यक्ष दोनों पदों पर रहने के सवाल पर कहा कि समय बताएगा कि मैं कहां रहूंगा और कहां नहीं रहूंगा। पार्टी में एक पद एक व्यक्ति फार्मूले पर उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा तो यह है कि मैं किसी पद पर ना रहूं क्योंकि मैं बहुत पद पर रह चुका हूं और मेरी उपस्थिति से पार्टी को फायदा होना चाहिए, कांग्रेस मजबूत होनी चाहिए मैं यह चाहता हूं। गहलोत ने कहा कि इतने सालों में पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। इधर मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सोनिया गांधी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए इस चुनाव में किसी का भी फेवर नहीं करेंगी।ऐसे में अब देखना यह होगा कि अध्यक्ष पद थी रेस में शामिल लोगों में किसके सिर पर नए अध्यक्ष का ताज होगा।

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी जताई है इच्छा…
गौरतलब है कि कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर लगाए जा रहे कयासों और चुनाव प्रक्रिया के बीच राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी एक टीवी इंटरव्यू के दौरान अध्यक्ष पद के लिए इच्छा जताई है। हांलाकि अध्यक्ष पद की रेस में दिग्विजय सिंह का नाम चर्चाओं में आ चुका है लेकिन उनकी ओर से अभी तक ना तो नामांकन दाखिल किया गया है और ना ही खुलकर अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की गई है। एक टीवी इंटरव्यू के दौरान पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि आप मुझे क्यों अध्यक्ष पद पर नहीं रखना चाहते हैं..? अध्यक्ष पद के लिए मैं खुद को खारिज नहीं कर रहा हूं।दिग्विजय सिंह का यह जवाब कहीं ना कहीं अध्यक्ष के पद पर बैठने की इच्छा जाहिर करता नजर आ रहा है।

इनके भी नाम रेस में शामिल…

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की रेस में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ-साथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर केरल के तिरुअनंतपुरम के लोकसभा सांसद का नाम भी इस रेस में शामिल है। हालांकि बीते दिवस केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बीते दिवस मुलाकात की और उनसे चुनाव लड़ने की इजाजत भी मांगी। इनके अलावा अध्यक्ष पद की रेस में कांग्रेस के सीनियर लीडर मनीष तिवारी का भी नाम चर्चाओं में है। बता दें कि मनीष तिवारी ने ही पूर्व में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में सुधार करने की मांग की थी। हांलाकि मनीष तिवारी ने अब तक अध्यक्ष पद के चुनाव में हिस्सा लेने का फैसला नहीं किया है। पार्टी सूत्रों की मांने तो मनीष दिल्ली पहुंचने के बाद अपने समर्थकों से चर्चा करेंगे और इसके बाद चुनाव लड़ने पर फैसला लेंगे।

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