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अस्पताल की बदहाल व्यवस्था : REWA GMH के मुख्य द्वार पर 3 दिनों तक पड़ी रही सुअर की दुर्गंध मारती लाश…

सूचना के बाद भी प्रबंधन ने नहीं की सुअर की लाश को हटवाने की कोशिश, दुर्गंध से परेशान होते रहे मरीज और अटेंडर
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा का गांधी मेमोरियल अस्पताल अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ता जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते पीछे वाले मुख्य द्वार पर मृत हुये सुअर की लाश तीन दिनों तक पड़ी रही जिसकी दुर्गंध ने अस्पताल के मरीजों व अटेंडरों का निकलना दूभर कर दिया था लेकिन सूचना के बाद भी प्रबंधन ने अस्पताल के द्वारा पड़े मृत मवेशी के शव को हटाने की जरा भी कोशिश नहीं की। दरअसल मामला गांधी मेमोरियल अस्पताल के पीछे बने मुख्य द्वार का है। इस द्वार से ना सिर्फ गायनी वार्ड के मरीजों का आना जाना होता है बल्कि अस्पताल के पीछे स्थित नर्स हॉस्टल की छात्राये भी इसी द्वार होकर अस्पताल में दाखिल होती है।


बताया गया कि तीन दिनों से मुख्य द्वार पर मृत हुये सुअर का शव पड़ा हुआ था जिसकी दुर्गंध से लोग परेशान थे। पहले तो अस्पताल में भर्ती मरीजों के अटेंडरों ने स्टाफ की मदद से प्रबंधन को इसकी सूचना दी लेकिन जब किसी ने भी इसकी खबर नहीं ली तो लोगों ने मीडिया का सहारा लिया और जैसे ही यह मामला सोशल मीडिया में आया तो महज आधे घंटे के भीतर ही मृत पड़े सुअर सहित आसपास मृत सुअर के बच्चों के शव का उठाव हो गया। इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही निकलकर सामने आई है।

अस्पताल प्रबंधन ने किया अनसुना…
गायनी वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि बीते 3 दिनों से वह भारी दुर्गंध से परेशान थे। जब उनके द्वारा दुर्गंध आने का कारण पता किया गया तो पता चला कि वार्ड के बाहर ही एक सूअर और उसके बच्चे मृत अवस्था में पड़े हैं। इसकी सूचना लोगों ने अस्पताल प्रबंधन के साथ साथ वार्ड में आने वाले चिकित्सकों को भी दी लेकिन इन मृत मवेशियों के शवों को अस्पताल प्रबंधन ने हटवाना उचित नहीं समझा।


सफाई कंपनी ने भी किया नजरअंदाज…
मृत मवेशियों के दुर्गंध से परेशान लोगों ने अस्पताल में सफाई का ठेका लेने वाली कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों से भी शिकायत की लेकिन कंपनी ने भी इसे नजरअंदाज कर दिया और म्रत मवेशियों के शवों को उठवाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।


मीडियाकर्मियों के पहुंचते ही मवेशियों के शव का हुआ उठाव
दुर्गंध से परेशान होकर मरीज के परिजनों ने इस पूरे घटनाक्रम से मीडिया को जब अवगत कराया और तत्काल मीडिया कर्मियों ने एक्शन लेते हुए मौके का मुआयना किया और अस्पताल प्रबंधन से इस मामले में जब जानकारी मांगनी शुरू की तो अस्पताल प्रबंधन द्वारा महज आधे घंटे के अंदर ही मृत जानवरों को हटवा दिया गया जिससे अस्पताल के गायनी वार्ड के मरीज सहित उनके परिजनों ने राहत की सांस ली है। बता दें कि अस्पताल में अव्यवस्थाओं का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व में भी इस तरह की लापरवाही के मामले सामने आते रहे है बावजूद इसके जिम्मेदार अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने में जरा भी गंभीर नहीं है।

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