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जेलर की जान को खतरा : रीवा जेल में बंद कैदी को मिली तत्कालिक जेलर के हत्या की सुपारी! जेलर नें की थाने में शिकायत…

अपने ही विभाग से जेलर को है जान का खतरा, जेलर की शिकायत पर पुलिस ने शुरु की जांच
तेज खबर 24 रीवा।
केन्द्रीय जेल रीवा के तत्कालिक जेलर रविशंकर सिंह की हत्या कराने की सुपारी दिये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मामले की शिकायत जेलर ने रीवा के ही अमहिया थाने में दर्ज कराई है, जेलर ने अपने ही विभाग के लोगों से खुद की जान का खतरा बताया है और जेल के ही अधिकारियों पर सुपारी देकर हत्या का षड़यंत्र रचने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि फरियादी जेलर रविशंकर सिंह का बीते कुछ सप्ताह पूर्व ही जेल मुख्यालय द्वारा ट्रांसफर किया गया था जिसके बाद जेलर ने अमहिया थाने में इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है।


दरअसल रीवा केन्द्रीय जेल से कुछ सप्ताह पूर्व ही स्थानांतरित हुये जेलर रविशंकर सिंह ने बीते दिवस अमहिया थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। जेलर ने अपने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि उनके हत्या की सुपारी रीवा जेल में ही बंद धारा 307 के निरुद्ध अभिषेक द्विवेदी उर्फ शिब्बू निवासी बेलौहन टोला को जेल के ही अधिकारियों ने दी थी। इस बात की जानकारी शिब्बू की करीबी महिला ने जेलर रविशंकर को दी जिसे सुनते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। जेलकर को शायद इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनके ही विभाग के लोग उनकी जान के दुश्मन बन बैठेगे और उनकी हत्या कराने की साजिश कर सकते है। फिलहाल जेलर ने अपने ही विभाग से जान का खतरा बताकर हत्या का षड़यंत्र रचने और जान से मारने की सुपारी देने की शिकायत दर्ज कराई है।


पुलिस ने दर्ज किये संबंधितों के बयान
मामले में अमहिया थाना पुलिस ने जेलर की शिकायत पर जांच शुरु कर दी है। पुलिस सूत्रों की मांने तो जेलर की हत्या के लिये जिसे सुपारी देने की बात कही गई है उसके बयान दर्ज किये गए है। इसके अलावा पुलिस ने उस राजदार महिला के भी बयान लिये है जिसने जेल की चारदीवारी का राज जेलर तक पहुंचाया है। पुलिस ने मामले में जेल के उन कैदियों का भी बयान दर्ज किया है जिन्हे जेल प्रशासन का खास सीओ बोला जाता है।


जिसे मिली सुपारी उसी कर दिया आगाह
जेलर को मारने के लिये जेल के जिस कैदी को सुपारी मिली उसी से जेलर को आगाह कर दिया। शायद शिब्बू दबाव में आकर सुपारी तो ले ली लेकिन उसने जेलर को मारना सही समझा इसीलिये उसने अपनी करीबी महिला की मदद से जेलर तक यह संदेश भिजवा दिया। फिलहाल जेलर की जान का खतरा टल गया है चूंकि उनका रीवा जेल से ट्रांसफर हो चुका है लेकिन इस बात की जानकारी होने के बाद अब उन्हे सतर्क रहने की जरुरत है। गौरतलब है कि रीवा जेल के अधिकारियों पर जानलेवा हमले की बीते कई वर्ष पूर्व भी घटनाएं हो चुकी है।


फिलहाल इस पूरे मामले की विवेचना को लेकर एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि जेल प्रशासन से जुड़ी शिकायत को लेकर अमहिया थाना के एएसआई राजेंद्र द्विवेदी द्वारा जांच की जा रही है। बताया गया है कि चार पांच दिन पहले रीवा के तत्कालीन जेलर रविशंकर सिंह ने एक लिखित शिकायत प्रस्तुत किया था जिसकी छानबीन और जांच पड़ताल की जा रही है जेल के भीतर जाकर उन तमाम लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं, जिनसे संबंधित यह प्रकरण है।

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