महापौर सहित कांग्रेस पार्षदों ने किया बैठक का बहिष्कार, परषद अध्यक्ष ने त्याग दी गाड़ी की सुविधा
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा शहर के विकाश को लेकर आयोजित होने वाली एमआईसी की बैठक एक बार फिर स्थगित कर दी गई है। शहर के विकास के एजेंडे को लेकर होने वाली चर्चा शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई। बैठक स्थगित होने का प्रमुख कारण पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों के बीच आपसी मतभेद था जिसके कारण ना तो बैठक हुई और ना ही किसी एजेंडे पर चर्चा। महज आपसी बहस और हंगामे के बीच यह बैठक 5 मिनट भी नहीं चली और महापौर सहित कांग्रेस पार्षद बैठक का बहिष्कार कर परिषद के बाहर चले गए।
दरअसल रीवा नगर परिषद की आज दूसरी बैठक आयोजित की गई थी। बैठक के शुरू होते ही एमआईसी सदस्य द्वारा परिषद अध्यक्ष को दी गई गाड़ी की सुविधा पर उठाए गए सवाल को लेकर यह मुद्दा गरमा गया जो देखते ही देखते तूल पकड़ लिया और परिषद के भीतर जमकर हंगामा हुआ, जिसके चलते महापौर सहित कांग्रेस पार्षदों नें बैठक का बहिष्कार कर दिया।
गौरतलब है कि आईसीसदस्य ने निगम आयुक्त व महापौर को पत्र भेजकर निगम अध्यक्ष को दी गई गाड़ी की सुविधा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने परिषद अध्यक्ष को दी गई सुविधा पर सवाल पूंछा था कि किस नियम के तहत परिषद को गाड़ी सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की गई है। उन्होंने अध्यक्ष को इस तरह की कोई सुविधा नहीं प्रदाय करने का हवाला भी दिया था। आज जब परिषद की दूसरी बैठक आयोजित हुई तो शुरुआत में ही यह मुद्दा बहस का कारण बन गया और कॉन्ग्रेस पार्षदों ने अध्यक्ष को आड़े हाथों लेते हुए गाड़ी की सुविधा लेने पर सवाल उठा दिए। हालांकि कांग्रेस पार्षद सहित एमआईसी सदस्य के सवालों का जवाब देते हुए परिषद अध्यक्ष ने कहा कि जब नगर निगम पूरी तरह से कंगाल था तब कांग्रेस की ओर से परिषद अध्यक्ष बने यदुनाथ तिवारी को गाड़ी की सुविधा प्रदान की गई थी तब कांग्रेस ने इस तरह के सवाल नहीं उठाए थे लेकिन आज यह सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं, जबकि पूर्व के भी प्रतिशत अध्यक्षों को नगर निगम की ओर से गाड़ी की सुविधा प्रदान की जाती थी।फिलहाल एमआईसी सदस्य व कांग्रेस पार्षदों द्वारा उठाए गए सवाल के बाद परिषद अध्यक्ष वेंकटेश पांडे ने परिषद के भीतर ही मिली गाड़ी की सुविधा का त्याग करने का ऐलान कर दिया और उन्होंने अब तक किए गए गाड़ी के उपयोग का बतौर किराए का चेक भी आयुक्त को सौंप दिया है।
आपको बता दें कि नगर परिषद की बैठक शहर में होने वाले विकास के एजेंडे को लेकर आयोजित की गई थी, लेकिन इस बैठक में किसी भी तरह के एजेंडे पर चर्चा नहीं की गई और बैठक के शुरू होने से पहले ही हंगामे के बीच यह बैठक स्थगित कर दी गई है।