आटो से छात्र को अस्पताल लेकर पहुंचे साथी, रास्ते में ही हो चुकी थी मौत, भारी संख्या में अस्पताल पहुंचे मेडिकल छात्र…
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा में फिटनेस बनने के लिए जिम गए एक मेडिकल छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब छात्र जिम में एक्सरसाईज कर रहा था तभी अचानक से छात्र की तबियत बिगड़ी और उसे साथी छात्र अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मेडिकल छात्र की मौत संदेहास्पद तब हो गई जब जिम संचालक से साथी छात्रों ने संपर्क करने का प्रयास किया तो उसने फोन नही उठाया और मौके पर पहुंचने पर पाया गया कि संचालक जिम में ताला लगाकर गायब है। हालाकि मेडिकल छात्र की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए मरचुरी में शिफ्ट करा दिया है इधर घटना खबर फैलते ही अस्पताल परिसर में मेडिकल छात्रों की भारी भीड़ जमा है।
दरअसल मामला शहर के अमहिया थाना क्षेत्र में संचालित थे कर्वे 2.0 नाम का है जहां एक्सरसाईज करने गए मेडिकल कॉलेज रीवा में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस पीजी छात्र ओम गोयल पिता मुकेश गोयल निवासी मुरैना जो की वर्ष 2020 बैच का छात्र था उसकी मौत आज शहर में शिल्पी प्लाजा से कॉलेज चौराहा रोड में संचालित जिम थे कर्व 2.0में एक्सरसाइज करने के दौरान हो गई। बताया गया की वह शाम को जिम गया था, जहां से उसके माता पिता को फोन पर जानकारी दी गई की उनके बेटे की तबियत ख़राब है। जानकारी के बाद परिजनों ने साथी छात्रों को जानकारी दी व जिम जाकर हालात देखने की बात कही, जब छात्र वहां पहुंचे तो छात्र की हालात काफी ख़राब थी और वह छात्र को ऑटो में लेकर संजयगांधी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया गया कि छात्र की अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी। घटना की खबर फैलते ही मेडिकल छात्रों की भीड़ अस्पताल परिसर में जमा हो गई, जिनके बीच शोक की लहर है।
इधर मेडिकल कॉलेज के जूडा अध्यक्ष हृदेश दीक्षित ने बताया की छात्र की संदिग्ध मौत के बाद जब घटना की जानकरी लेने जिम संचालक को फोन लगाया गया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया और जिम में भी ताला बंद है जहां से संचालक सहित ट्रेनर गायब है। बताया की 4दिन पूर्व से ही छात्र ने जिम जाना शुरू किया था। छात्रों ने ट्रेनर व संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वही यह भी कहा जा रहा है की छात्र को जिम से सही समय पर अस्पताल नहीं लाया गया जानकारी देने और फोन के चक्कर में काफी समय ख़राब हुआ यदि छात्र को तबियत ख़राब होते ही अस्पताल लाया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।