जनजातीय गौरव दिवस समारोह के मंच से नियमावली का विमोचन कर लागू किया पेसा एक्ट
तेज खबर 24 शहडोल।
देश के 6 राज्यों के बाद आखिरकार मध्यप्रदेश सरकार ने भी पेसा एक्ट लागू कर दिया है। जनजातीय गौरव दिवस समारोह के दौरान मध्यप्रदेश के शहडोल में मुख्यअतिथि के रुप में आई राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने मंच से नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि आज मैं सभी देशवासियों को बधाई देती हूं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में जनजातीय आबादी की संख्या 10 करोड़ है जिनमें डेढ़ करोड़ जनजातीय आबादी अकेले मध्यप्रदेश में है और इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित भाई बहनों के बीच आकर बहुत खुश हूं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के रुप में ये मेरी मध्यप्रदेश की पहली यात्रा है और इस समारोह में जिस तरह से जनजातीय समुदाय के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया है उन्हें देखकर उम्मीद करती हूं कि आने वाला समय और अधिक उज्वल होगा।
दरअसल भगवान बिरसा मुंण्डा की जयंती पर शहडोल में मनाए जा रहे जनजातीय गौरव समारोह में मुख्यअतिथि के रुप में देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुुर्मू उपस्थित रही। राष्ट्रपति मुर्मू पहले जबलपुर एयरपोर्ट आई फिर वहां से शडहोल पहुंची जिन्हें जबलपुर एयरपोर्ट में ही राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने उन्हें रिसीव किया। जानजातीय गौरव समारोह के मंच पर राष्ट्रपति को पारंपरिक मुकुट पहनाकर स्वागत किया, इस दौरान आदिवासी कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य किया। राष्ट्रपति ने समारोह मंच से ही नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया जिसके बाद मध्यप्रदेश पेसा एक्ट लागू करने वाले राज्यों में देश का सातवां राज्य बन गया। गौरतलब है कि इसके पहले 6 राज्य हिमांचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र ने पेसा कानून बनाए है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पेसा एक्ट किसी के खिलाफ नहीं है। सामाजिक समरसता के साथ ये कानून हम लागू कर रहे हैं। कई लोग लालच में छल.कपट से आदिवासी बिटिया से शादी कर लेते हैंए उसके नाम से जमीन खरीद लेते हैंए लेकिन अब ये नहीं होगा। मध्यप्रदेश की धरती पर धर्मांतरण का कुचक्र नहीं होने देंगे। छल.कपट कर बेटी से शादी कर जमीन हड़पने का काम मध्यप्रदेश की धरती पर हम नहीं होंगे देंगे। यदि यह पता चलता है कि किसी ने छल से जमीन नाम करवा ली हैए तो ग्रामसभा उस जमीन को वापस करवाएगी। वहीं मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने कहा कि पेसा एक्ट लागू हो जाने से ग्राम सभा अब बहुत अधिक शक्तिशाली हो गई है।