फेफड़े तक धंस गए बाघ के नाखून फिर भी नहीं मांनी हार, गंभीर हालत में जबलपुर रेफर…
तेज खबर 24 उमरिया।
कहते हैं एक मां अपने बेटे की जान बचाने के लिए दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत से भी लड़ने का माद्दा रखती है कुछ ऐसा ही वाक्या हुआ मध्यप्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जहां अपने 15 महीने के बच्चे को बचाने के लिए एक मां जंगल के खूंखार जानवर बाघ से लड़ गई।
बच्चों को बचाने के लिए महिला तकरीबन 20 मिनट तक बाघ से लड़ती रही और बाघ के जबड़े से अपने बेटे को छुड़ा लिया। हालांकि बाघ के हमले से महिला गंभीर रूप से घायल हुई है जिसे जबलपुर रेफर कर दिया गया है। घटना रविवार की सुबह तकरीबन 10 बजे मानपुर बफर जोन के रोहनिया गांव का है जहां ज्वालामुखी बस्ती में रहने वाली महिला के बच्चे को अपने जबड़े में दबा लिया।
जानकारी के अनुसार मानपुर बफर जोन से लगी ज्वालाबस्ती में रहने वाले भोला चौधरी की पत्नी अर्चना रविवार की सुबह अपने 15 माह के बेटे राजवीर को गांव के ही नजदीक बाड़े में शौच के लिए ले गई थी, इसी दौरान झाड़ियों में छिपा बैठा बाघ बाड़े की फेसिंग को फांदकर बाहर आया और बच्चे को अपने जबड़े में दबा लिया। इससे पहले की बाघ बच्चे को अपना निवाला बनाता तभी महिला ने अपनी जान की परवाह किए बिना ही उससे भिड़ गई। घटना के दौरान बाघ के नाखून उसके फेफड़े तक धंस गए फिर भी महिला ने हार नहीं मानी। महिला की चीख पुकार सुनकर बस्ती के लोग भी लाठी डंडे के साथ मौके पर पहुंचे और बाघ को जंगल की ओर भगा दिया।
इस घटना में बाघ के हमले से बच्चे के साथ साथ महिला को गंभीर चोटें आई हैं जिसे जबलपुर रेफर कर दिया गया है।
इधर टाइगर रिजर्व के मानपुर बफर जोन से सटे इलाके में हुई इस घटना के बाद अधिकारियों ने आसपास के लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है और बाघ को जंगल की ओर खदेड़ने के लिए हाथियों की मदद ली जा रही है।