मल्टीनेशनल एक्सपर्ट कंपनियों द्वारा किया गया था डायमंड का सर्वे, आप भी आजमा सकते है अपनी किस्मत, जानिए कैसे…
तेज खबर 24 रीवा।
मध्यप्रदेश का 53वां जिला बनने जा रहे रीवा की मऊगंज तहसील का जिले के रुप में गठन होने से पहले ही किस्मत चकम गई है। यहां कई अलग अलग इलाकों में खनिज विभाग को हीरा मिलने की संभावना है और खनिज विभाग ने मऊगंज और सिंगरौली के लिए कंपोजिट लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है।
दरअसल मऊगंज क्षेत्र में दो वर्ष पहले खनिज का सर्वे हुआ था। उस दौरान यह बात सामने आई थी कि यहां पर हीरा की संभावना है। इसके चलते बड़ी संख्या में लोगों ने वहां पर भूमि भी खरीद ली है ताकि मुआवजा अच्छा प्राप्त हो सके। अब खनिज विभाग ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू की है तो कई कंपनियों के लोग इस क्षेत्र में पहुंचकर मुआयना भी कर रहे हैं। खनिज विभाग की मांने तो मऊगंज के जिन इलाकों में हीरा मिलने की संभावना है उनमें मऊगंज के सीतापुर, आदि सरई, गढ़वा, टीपा बदौर, कांड़ी, मलकपुर क्षेत्र शामिल है।
नीलामी की सूचना जारी, चिन्हांकित किए गए ब्लाॅक
मऊगंज में हीरा मिलने की संभावनाएं हैं। राज्य शासन द्वारा कई खनिज ब्लाकों की नीलामी के लिए सूचना जारी की गई है। इसमें विंध्य क्षेत्र के सिंगरौली में सोने के साथ नए मऊगंज जिले में हीरे की खदानों के लिए भी ब्लॉक चिन्हांकित किए गए हैं। पूर्व में रीवा जिले में बड़े एरिया में कई मल्टीनेशनल एक्सपर्ट कंपनियों द्वारा डायमंड सर्वे का काम किया गया था, जिसमें इन कंपनियों द्वारा रीवा जिले के सोहागी पहाड़ में 460 हेक्टेयर क्षेत्र में और मऊगंज के लगभग 100 हेक्टेयर क्षेत्र में हीरा खनिज मिलने के प्रमाण मिलने की रिपोर्ट शासन को सौंपी थी। राज्य शासन द्वारा परीक्षण के बाद समेकित अनुज्ञप्ति के लिए नीलामी सूचना प्रकाशित कराई है। इच्छुक कंपनियां 9 अगस्त 2023 तक इ.ऑक्शन में भाग ले सकती हैं।