MP और UP में पेट्रोलियम के रेट में 10 से 15 रूपए का फर्क, UP से MP में किया जा रहा सप्लाई
तेज खबर 24 रीवा।
यूपी और एमपी के सीमावर्ती इलाकों में इन दिनों पेट्रोलियम के अवैध परिवहन का बड़ा खेल खेला जा रहा है। यहां दोनों राज्यों में बिकने वाले पेट्रोलियम के रेट में 10 से 15 रुपए का फर्क होने के कारण लोगों से इसे कारोबार बना लिया है। यूपी से सटे एमपी के इलाकों में रहने वाले लोग सस्ते दामों में डीजल और पेट्रोल यूपी से खरीद कर एमपी लाते हैं और फिर अवैध बिक्री करते हैं।
दरअसल इन दोनों ही राज्यों के बीच चल रहे पेट्रोलियम के अवैध परिवहन के खेल का उस वक्त भंडाफोड़ हुआ जब रीवा पुलिस ने यूपी से अवैध परिवहन कर लाए जा रहे डीजल से भरे एक टैंकर को पकड़ा। कार्रवाई के दौरान टैंकर चालक के पास डीजल के परिवहन से संबंधित किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं मिले जिस पर पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया तो वहीं डीजल से भरे टैंकर को जब्त कर लिया है।दरअसल यह कार्रवाई रीवा की शाहपुर थाना पुलिस ने की है। कार्रवाई को लेकर थाना प्रभारी दीपक तिवारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश से पिकअप वाहन में काफी मात्रा में अवैध डीजल लाया जा रहा है। मुखबिर की सूचना के बाद थाना प्रभारी दीपक तिवारी अपने हमराह स्टाफ के साथ वाहनों को चेक करते हुए एक पिकअप वाहन को पकड़ा जिसमें टैंकर लगा हुआ था और उस टैंकर में 1000 लीटर से अधिक डीजल भरा था। पुलिस ने जब वाहन चालक से डीजल परिवहन के संबंध में दस्तावेज मांगे तो वह दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सकाए जिस पर पकड़ा गया डीजल से लोड टैंकर अवैध परिवहन करते पाए गया जिसे पुलिस ने जप्त कर लिया है।
टैंकर में मिला 1904 लीटर डीजल
शाहपुर पुलिस के मुताबिक मुखबिर की सूचना पर जिस पिकअप वाहन में लगे टैंकर को पकड़ा गया है उसमें 1904 लीटर डीजल लोड किया गया था। जिसे चालक ने यूपी से खरीद कर लाना बतायाए पुलिस के मुताबिक यह डीजल यूपी से शाहपुर क्षेत्र स्थित खटखरी लाया जा रहा था जहां डीजल की अवैध बिक्री की जा रही थी। मामले में चालक राजपाल सिंह को गिरफ्तार कर वाहन को जप्त कर लिया गया है। और अपराध क्रमांक 27 ध् 22 धारा 285 भा ण्द ण्वि 3 . 7 ईसी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
कार्यवाही में ये रहे शामिल
यूपी और एमपी के बीच पेट्रोलियम के अवैध परिवहन के खेल का भंडाफोड़ करने में शाहपुर थाना प्रभारी उप निरीक्षक दीपक तिवारी, सहायक उपनिरीक्षक अनंन्त विजय सिंह, आरक्षक सुरेश डाबर, आरक्षक कमलेश परमार, आरक्षक विवेक यादव की सराहनीय भूमिका रही है।