खुद को जेई बताकर उपभोक्ताओं से कर रहा था पैसों की मांग, नहीं देने पर 40 से 50 हजार बिल भेजने की दी धमकी
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा में बिजली उपभोक्ताओं से अवैध वसूली कर रहे फर्जी जेई को विद्युत विभाग के अधिकारियों ने पकड़ा है। आरोपी खुद को जेई बताकर उपभोक्ताओं से अवैध वसूली कर रहा था जिसे विद्युत विभाग के अधिकारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया जिसके विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
दरअसल मामला शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है जहां शहरी क्षेत्र में एक युवक खुद को विद्युत विभाग का जेई बताकर पैसों की मांग कर रहा था। आरोपी उपभोक्ताओं से मांगे जा रहे पैसे ना देने पर 40 से 50 हजार का बिल भेजने की धमकी दी जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे विद्युत विभाग असली अधिकारियों ने फर्जी अधिकारी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। थाने में विद्युत विभाग के अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी की धारा 420 का अपराध दर्ज कर लिया है।
जानिए क्या है मामला….
जानकारी के मुताबिक शहर के ढेकहा स्थित आशिर्वाद प्लाजा के समीप एक युवक खुद को विद्युत विभाग का जेई बताते हुये अवैध वसूली कर रहा था। यहां आरोपी द्वारा उपभोक्ताओं से 10 हजार की मांग की जा रही थी। शहर के भीतर फर्जी जेई द्वारा की जा रही अवैध वसूली की सूचना किसी स्थानीय व्यक्ति ने सहायक अभियंता भूपेश विक्रम सिंह को दे दी। सूचना मिलते ही सहायक अभियंता भूपेश मौके पर पहुंचे और युवक को पकड़कर सिविल लाइन थाने ले गए। युवक ने अपना नाम अमित पाण्डेय पिता उमेश पाण्डेय निवासी ग्राम पटना जिला रीवा बताया। मामले में एमपीईबी के सहायक अभियंता भूपेश विक्रम सिंह ने सिविल लाइन थाने में आरोपी युवक के विरुद्ध फर्जी जेई बनकर अवैध वसूली करने की शिकायत दर्ज कराई है जिस पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 का अपराध रजिस्टर्ड कर लिया है विवेचना शुरु कर दी है।
कई उपभोक्ताओं से वसूली की आशंका
शहर में विद्युत विभाग का जेई बनकर अवैध वसूली करते पकडे़ गए युवक पर कई उपभोक्ताओं से वसूली की आशंका जताई जा रही है। माना जा रहा है कि युवक काफी समय से जेई बनकर लोगों से अवैध करता रहा होगा। हालांकि युवक के खिलाफ अब तक किसी ने भी अवैध वसूली की शिकायत नहीं दर्ज कराई है। पुलिस युवक से पूछताछ कर जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है कि वह कब से फर्जी जेई बनकर अवैध वसूली कर रहा था और कितने लोगों से वसूली की है।