जेल प्रबंधन ने आरोपों को किया खारिज, जेल अधीक्षक ने आरोपों को बताया जेल प्रबंधन को बदनाम करने की साजिश…
तेज खबर 24 रीवा।
समाज के बिगडे़ हुए लोगों को सुधारने और उन्हें हर तरह की बुराईयों से दूर करने के लिये बनाया गया बंदी सुधारगृह जिसे कारागार यानी जेल कहा जाता है उस जगह पर नशे का कारोबार होना बेहद ही हैरान कर देने वाली बात है।
कहने को तो जेल में ऊंची ऊंची चार दीवारी और सलाखे होती है जहां बिना इजाजत इंसान तो क्या परिंदा भी पर नहीं मार सकता है ऐसी जगह पर नशे का कारोबार करना हर किसी के बस की बात नहीं लेकिन अगर इसी जेल के लोग इस कारेबार का हिस्सा हो तो कुछ भी मुमकिन नहीं है।
दरअसल हम बात कर रहे है रीवा के केन्द्रीय जेल की जहां जेल प्रबंधन पर नशे के कारोबार करने का बड़ा आरोप लगा है। यह आरोप किसी और ने नहीं बल्कि एक अधिवक्ता ने लगाया है जो शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे थे। अधिवक्ता पवन तिवारी ने आरोप लगाया है कि जेल प्रबंधन की मिली भगत से जेल के भीतर नशे का कारोबार चल रहा है। इतना हीं नहीं आरोप है कि जेल में कैदियों को अच्छा खाना और अच्छी सुविधा के लिये हर माह सुविधा शुल्क भी ली जाती है। बताया गया कि जेल में कैदियों से सुविधा शुल्क के नाम पर वसूली के लिये बकायदा जेल के ही वफादार और पुराने कैदियों को इसका ठेका दिया गया है। हांलाकि जेल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे अधिवक्ता की एसपी से भेंट नहीं हो सकी लेकिन अधिवक्ता द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अब जेल प्रबंधन सवालों के घेरे में है और इन आरोपों पर कितनी सच्चाई है यह जांच का विषय है।
जेल अधीक्षक ने आरोपों को बताया साजिश
जेल प्रबंधन पर लगे आरोपों के बाद जब जेल अधीक्षक से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और आरोपों को जेल प्रबंधन को बदनाम की साजिश बताया है। जेल अधीक्षक ने कहा कि उनके द्वारा जेल में नशा उन्मूलन का अभियान चलाया जा रहा है और समय समय पर जेल प्रशासन द्वारा विजिट भी किया जाता है जिस दौरान ऐसी किसी भी प्रकार की शिकायत सामने नहीं आई है।