पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर घायल ने लगाई न्याय की गुहार, कार्यपालन यंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
तेज खबर 24 रीवा।
मध्यप्रदेश प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी रीवा में कार्यरत पूर्व मीटर रीडर पर चाकू व रॉड से हमला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। हमले में घायल मीटर रीडर ने रीवा कार्यालय में ही पदस्थ कार्यपालन यंत्री को हमले का जिम्मेदार ठहराया है। घायल का आरोप है कि कार्यापालन यंत्री ने खड़े होकर उस पर जानलेवा हमला कराया।
दरअसल यह मामला आज उस वक्त प्रकाश में आया जब हमले में घायल हुआ मीटर रीडर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा जहां उसने विद्युत विभाग के कार्यापालन यंत्री पर चाकू व रॉड से हमला कराने का आरोप लगाया है। जानकारी के मुताबिक शहर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र स्थित बोदाबाग से करहिया जाने वाले मार्ग में कल रात एक युवक पर चार से पांच की संख्या में आए बदमाशों ने चाकू व रॉड से हमला कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची डायल 100 पुलिस ने घायल को संजय गांधी अस्पताल पहुंचाया जहां प्राथमिक उपचार के बाद अब घायल की हालत सामान्य बताई गई है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे घायल रोहित कुमार मिश्रा ने बताया कि वह वर्ष 2015 से विद्युत वितरण कंपनी रीवा में मीटर रीडर के रुप में कार्यरत था लेकिन कार्यापालन यंत्री नरेन्द्र मिश्रा ने अपनी पदस्थापना होते ही उसे काम से निकाल दिया। आरोप है कि कार्यालय पालन यंत्री ने दोबारा से काम पर रखने के एवज में 20 हजार रुपयों की रिश्वत मांगी थी जिसके संबंध में कुछ ऑडिया व वीडियो क्लिप भी उसके पास थे जिसे उसने मीडिया को भी उपलब्ध कराया था। पीड़ित ने बताया कि ऑडियो वीडियो होने की जानकारी मिलने पर कार्यपालन यंत्री द्वारा उस पर लगातार वीडियो को डिलीट करने दबाव बनाया जा रहा था और जब उसने वीडियो डिलीट नहीं किया तो उस पर जानलेवा हमले की कोशिश की गई।
आरोप है कि कार्यपालन यंत्री ने खडे़ होकर अपने चार से पांच गुर्गा की मदद से उस पर हमला कराया और जान बक्स देने की एवज में मोबाइल मांगा लेकिन मोबाइल लेने के बाद भी उस पर हमला कराया गया है। पीड़ित का आरोप है कि उसकी शिकायत विश्वविद्यालय थाने में नहीं दर्ज की गई जिसके चलते उसने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।