हत्या का षड़यंत्र रचने कंपनी के ही ऑफिस में आरोपियों ने की थी मीटिंग, वारदात को अंजाम देने हायर किये गए थे 3 आदतन अपराधी…
तेज खबर 24 सतना।
सतना के मैहर में बीते दिवस सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर यूनियन अध्यक्ष की हत्या का पुलिस ने बेहद ही सनसनीखेज खुलाशा किया है। पुलिस के खुलासे में हत्या का मास्टरमाइंड कोई और नही बल्कि कंपनी का ही हेड एचआर निकला निकला जिसने कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों व अन्य यूनियन के पदाधिकारियों को अपने भरोसे में लेकर हत्या की साजिश रची और 2 लाख में 3 आदतन अपराधियों को हायर कर सुपारी दी गई थी। पुलिस ने मजदूर यूनियन के अध्यक्ष की हत्या मामले में कुल 12 आरोपियों को नामजद किया है जिनमें से कंपनी के हेड एचआर सहित 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि 3 आरोपी अभी भी फरार है।
दरअसल यह खुलाशा सतना एसपी आशुतोष गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया है। एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि मैहर केजेएस सीमेंट कंपनी में यूटीलीटी आपरेटर के पद पर कार्यरत मनीष शुक्ला सीटू टैड यूनियन के अध्यक्ष थे। 19 अक्टूर की रात कंपनी से घर लौटते वक्त बायपास मार्ग में अज्ञात हमलावरों ने मनीष शुक्ला पर जानलेवा हमला किया था। घायल मनीष शुक्ला की 23 अक्टूबर की जबलपुर अस्तपाल में हुई मौत के बाद जब जांच शुरु की गई तो हत्या का चौका देने वाला खुलाशा हुआ। एसपी के मुताबिक हत्या का मास्टरमाइंड कंपनी के ही एचआर थे जिन्होंने अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर षड़यंत्र रचा और कुछ आपराधिक किस्म के लोगों की मदद से हत्या की वारदात को अंजाम दिलाया। फिलहाल इस पूरे मामले में एचआर सहित 12 आरोपियों को नामजद कर 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि 3 फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मजदूरों के हक की आवाज उठाने पर यूनियन अध्यक्ष गंवानी पड़ी जान
एसपी आशुतोष गुप्ता के मुताबिक ग्राम नकतरा थाना मैहर निवासी 32 वर्षीय मनीष शुक्ला केजेएस सीमेंट फैक्ट्री में ऑपरेटर के पद थे और वह सीटू ट्रैड यूनियन के अध्यक्ष थे। मनीष अक्सर मजदूरों के हक को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ आवाज उठाते थे और आंदोलन प्रदर्शन करते थे। मजदूरों के हक को लेकर बार बार प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन प्रदर्शन करना कंपनी के एचआर को नागवार गुजर रहा था और इसी बात को लेकर एचआर ने अध्यक्ष को ही रास्ते से हटाने का षड़यंत्र रचा और उसकी हत्या करा दी।
मीटिंग में रची गई हत्या की साजिश
पुलिस द्वारा किये गए खुलाशे में बताया गया कि मजदूर युनियन अध्यक्ष मनीष शुक्ला की हत्या के कुछ दिन पूर्व फैक्ट्री के एचआर हेड संजय सिंह ने फैक्ट्री परिसर में स्थित सीसीआर बिल्डिंग में एक मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में सभी आरोपियों को बुलाया गया जिस दौरान एचआर हेड ने आरोपियों को जिम्मेदारी सौंपी कि मनीष शुक्ला बहुत ज्यादा बढ़ रहा है इसको निपटाना है। उन्होंने कहा कि मनीष के बढ़ते प्रभाव के चलते फैक्ट्री में अन्य ट्रैड यूनियन का वर्चस्व कम हो रहा है। मीटिंग के दौरान आरोपी आत्माराम को गुण्डे बदमाश हायर करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।
फैक्ट्री से घर लौटते वक्त किया गया हमला
19 अक्टूबर की रात जब मनीष दोपहर 2 से रात 10 बजे की शिफ्ट पूरी कर वापस घर लौट रहा था तभी योजना के मुताबिक बयपास मार्ग में आरेपी घात लगाकर बैठे थे। हमलावर आरोपी हायर किये गए गुण्डे बदमाश थे जिन्होंने लोहे की रॉड से मनीष पर हमला किया और उसे मृत समझ बदहवास हालत में छोड़कर फरार हो गए। आरोपियों के जाते ही घायल मनीष ने किसी तरह से अपने एक साथी को फोन पर हमले की सूचना दी जहां पहुंचे साथियों ने मनीष को खून से लथपथ हालत में पाया जिसे आनन फनन में मैहर सिविल अस्पताल ले जाया गया। रात में ही मैहर से धायल को सतना जिला अस्पताल ले जाया गया और 21 अक्टूबर को जबलपुर रेफर किया गया जहां 23 अक्टूबर को मनीष की मौत हो गई।
ऐसे खुला हत्या का राज
अज्ञात हमलावरों के हमले से घायल मजदूर यूनियन अध्यक्ष की मौत के बाद मजदूरों के आका्रेश को देखते हुये एसपी आशुतोष गुप्ता ने सायबर सहित पुलिस की टीमें गठित की और हत्या की गुत्थी को सुलझाने में लगा दिया। जांच कर रही पुलिस टीम ने जब मृतक मनीष के दोस्तों से बातचीत की तो फैक्ट्री के ही उत्कर्ष श्रमिक संगठन के सचिव जेपी सोनी पर संदेह जाहिर किया गया। पुलिस ने संदेही जेपी सोनी के मोबाइल को जब खंगाला तो कई ऐसे साक्ष्य मिले जो चौका देने वाले थे। पुलिस की सायबर टीम ने आरोपी द्वारा डिलीट किये गए कॉल रिकार्डिग को रिकवर करने पर पाया कि इस हत्या में फैक्ट्री के ही एचआर हेड की भूमिका संदिग्ध है और इस तरह से मोबाइल कॉल डिटेल, लोकेशन व फोन कॉल रिकार्डिग की मदद से पूरे हत्या कांड के साथ साथ शामिल आरोपियों की भूमिकाओं का खुलाशा हो गया।
यह 12 आरोपी थे हत्या में शामिल, इन 9 को किया गया गिरफ्तार
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किये गए आरोपियों में फैक्ट्री के एचआर हेड संजय सिंह पिता नंदकिशोर सिंह 55 वर्ष निवासी केजेएस सीमेंट फैक्ट्री मैहर, मुकेश चतुर्वेदी पिता संतलाल चतुर्वेदी उम्र 52 वर्ष निवासी मैहर, जय प्रकाश सोनी उर्फ विक्की पिता स्व. रामसुंदर सोनी 40 साल रामधाकृष्ण कालोनी वार्ड 24 थाना मैहर, प्रमोद सिंह उर्फ गुड्डा पिता रामसोहावन सिंह 47 वर्ष राधाकृष्ण कालोनी मैहर, शिवलोचन उर्फ सागर दुबेदी पिता स्व.लक्ष्मी प्रसाद द्विवेदी 38 वर्ष ग्राम सोनवारी मैहर, उपेन्द्र कुमार पाण्डेय उर्फ श्याम जी पिता अवधेश पाण्डेय 36 वर्ष निवासी बन्दरहा थाना उचेहरा हाल विधायक कालोनी कटिया मैहर, अशोक कुमार सिंह पिता गया सिंह 42 वर्ष हरदासपुर अहरी टोला मैहर, रवि शुक्ला उर्फ लाल पिता रामहेतु शुक्ला 36 वर्ष सोनवारी मैहर, संजीव शुक्ला उर्फ दादू पिता रमाकांत शुक्ला 34 वर्ष जिगनहट थाना सिटी कोतवाली सतना शामिल है। इसके अलावा फरार आरोपियों में आत्माराम शुक्ला पिता तीरथ शुक्ला 43 वर्ष निवासी हरदोखर थाना नागौद, अमित उर्फ दीपू उर्मलिया पिता हरवंश उर्मलिया 23 वर्ष निवासी हरदोखर थाना नागौद सहित दीपांशु उर्फ रीषू पिता स्व. योगेन्द्र सिंह 21 वर्ष निवासी पतौड़ा थाना नागौद सतना शामिल है।