खिड़की तोड़कर बैंक में दाखिल हुये चोर, स्ट्रांग रुम पहुुंचते ही बज उठा सायरल, सामान छोड़ भागे चोर
तेज खबर 24 सतना।
सतना में बैंक राॅबरी की नाकाम कोशिश करने वाले दो दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने मिलकर बैंक में चोरी की योजना बनाई और बैंक के अंदर दाखिल भी हुये लेकिन बैंक में बतौर सुरक्षा लगा सायरल अचानक से बज उठा और चोरों को खाली हाथ ही भागना पड़ा। बताया गया कि जिस वक्त चोरों ने बैंक राॅबरी की यह नाकम कोशिश की थी उस वक्त बैंक के लाॅकर में 5 करोड़ कैश रखे थे।
दरअसल यह पूरा मामला सतना के कोलगवां थाना क्षेत्र का है। जहा मध्यांचल ग्रामीण बैंक में चोरी का प्रयास करने के मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में कियोस्क संचालक शैलेन्द्र त्रिपाठी पिता मनोज त्रिपाठी 28 वर्ष निवासी मेहुती थाना कोटर और रोहित गुप्ता पिता स्व हरेराम गुप्ता 23 वर्ष निवासी मेहुती थाना कोटर शामिल हैं। आरोपियों के कब्जे से छोटा एलपीजी सिलेंडर, गैस कटर, 3 मुखौटे, देशी कट्टा और कारतूस, बिना नंबर की एक बाइक, 2 स्कूटी, मोबाइल फोन, मोटर और स्टार्टर जब्त किया है।
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि मध्यांचल ग्रामीण बैंक में चोरी करने के लिए 3 दिसंबर की रात चोर क्राइस्ट ज्योति स्कूल की दीवार कूदकर बैंक के पीछे की तरफ पहुंचे और खिड़की काटकर बैंक के अंदर दाखिल हो गए। लेकिन बैंक का सायरन बज गया और वे स्ट्रांग रूम नहीं तोड़ पाए और उन्हें अपना सारा सामान छोड़ कर भागना पड़ा। जिस वक्त चोर बैंक में दाखिल हुए थे। वहां 5 करोड़ रुपए की नगदी मौजूद थी लेकिन चोर उस तक नहीं पहुंच पाए।
कर्ज से छुटकारा पाने कई बार किया चोरी का प्रयास
एसपी के मुताबिक मध्यांचल ग्रामीण बैंक में चोरी की कोशिश आरोपियों ने खुद को कर्ज से छुटकारा पाने के लिए की थी। इसके पहले भी वे मध्यांचल ग्रामीण बैंक सिंहपुर और बैंक ऑफ बड़ौदा की ज्योत्स्ना काम्प्लेक्स ब्रांच में चोरी का प्रयास कर चुके हैं लेकिन वहां भी नाकाम हो गए थे। इसके अलावा उन्होंने स्प्ब् ऑफिस के सामने और सिविल लाइन चौपाटी के पास से स्कूटी भी चोरी की थी। उतैली में भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
यूट्यूब में सीखा बैंक राॅबरी का तरीका
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि बैंक में चोरी की पहले नाकाम हो चुकी कोशिशों के बाद आरोपियों ने इस बार बैंक में चोरी के तरीके सीखने के लिए यूट्यूब का सहारा लिया। आरोपियों ने कई वीडियो देखें और उनमें अलग.अलग तरीके देखे.समझे जिसके बाद वह एक बार फिर बड़ी चोरी की फिराक में बैंक में दाखिल हुये लेकिन हर बार की तरह इस बार भी किस्मत ने साथ नहीं दिया और दोनों पकडे़ गए।