मिलावट करते का वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आया प्रशासन, जांच रिपोर्ट के आधार पर दर्ज हुई एफआईआर
तेज खबर 24 सतना।
सरकारी गेहूं में रेत मिट्टी मिलाने के मामले में रामपुर बाघेलान थाना में सायलो के ब्रांच मैनेजर सहित छह कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी बोरियों को खोलकर गेहूं निकालने के बाद उसमें रेत व मिट्टी की मिलावट कर भर्ती करते थे और बाद में यही गेहूं रैक के माध्यम से भारतीय खाद्य निगम में भेजा जा रहा था। मिलावट का वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन व एफसीआइ की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की थी। जांच प्रतिवेदन के आधार पर अब पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया है।
जनकारी के मुताबिक ग्राम बांधा में स्थित सायलो में गेहूं में रेत व मिट्टी की मिलावट का वीडियो हाल ही में वायरल होने के बाद हड़कम्प मच गया था। मामले की जांच के लिए संयुक्त दल बनाया गया था। जांच टीम ने पाया कि साइलो मैनेजर की मिलीभगत में कर्मचारी गेहूं में रेत और मिट्टी मिलाते थे। थाना प्रभारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि गुरुवार को मप्र वेयर हाउससिंग कार्पोरेशन के ब्रांच मैनेजर सुरेश कुमार शर्मा की शिकायत पर सायलो बैग इंडिया के ब्रांच मैनजर ज्योति प्रसाद, कर्मचारी आयुष कुमार पांडेय, महेश नामदेव, गिरीश पांडेय, ज्ञानेंद्र कुशवाहा व पुष्पेंद्र पांडेय के खिलाफ धारा 420, 417, 511, 34 आइपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है।
बताया गया कि वीडियो वायरल होने के बाद नान खाद्य विभाग, वेयर हाउस कार्पोरेशन और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने जांच में पाया कि साइलो में गेहूं में मिलावट की गई है। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने मौके पर जाकर 16 सेम्पल लिए थे। वायरल वीडियो की जांच में पता चला कि सायलो बैग प्रबंधक द्वारा हटाए गए कर्मचारी आयुष पांडेय ने 18 जनवरी को मिलावट का वीडियो बनाया था। वीडियो में गिरीश पांडेय, पुष्पेंद्र पांडेय, महेश नामदेव, ज्ञानेंद्र कुशवाहा व आयुष द्वारा साइलो के ट्रैक्टर से मिट्टी रेत लाकर गेहूं में मिलाते दिखे थे। संयुक्त टीम के सामने साइलो मैनेजर ने माना कि वायरल वीडियो साइलो का ही है। जांच टीम ने वीडियो बनाने वाले पूर्व कर्मचारी को भी मिलावटखोरी में लिप्त पाया।