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मां के प्रेमी नें की बच्ची की हत्या : REWA में नाबालिग बच्ची की हत्या का 6 साल बाद हुआ चैका देने वाला खुलाशा …

बच्ची की मौत को आत्महत्या मान रहे थे परिजन और पुलिस, पीएम रिपोर्ट में खुला मौत का राज
तेज खबर 24 रीवा।


रीवा के मऊगंज में नाबालिग बच्ची की हत्या का 6 साल बाद बेहद ही सनसनीखेज खुलाशा हुआ है। जिस बच्ची की मौत को परिजन और पुलिस पहले आत्महत्या मान रही थी आखिरकार वह हत्या निकली। बच्ची की मौत का खुलाशा पीएम रिपोर्ट में हुआ जिसमें चिकित्सक ने गला घोटकर हत्या करने का उल्लेख किया था लेकिन हत्या किसने और क्यों की थी यह जानना पुलिस के लिये बेहद ही चुनौती भरा था।

कहते है अपराधी हर गुनाह के पीछे कोई न कोई सबूत जरुर छोड़ता है और ऐसा ही हुआ इस केस में भी। पुलिस उन तमाम साक्ष्यों को एकत्रित करने के बाद उस कातिल के गिरेहबान तक पहुंच गई जिसने नाबालिग बच्ची को मौत के घाट उतारा था और अब तक खुली हवा में सांस ले रहा था। दरअसल पुलिस के खुलासे में हत्यारा कोई और नहीं बल्कि बच्ची की मां का प्रेमी था। पुलिस ने फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या की धारा 302 का अपराध दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने घर में अकेली बच्ची के साथ गलत करने की कोशिश की थी और जब बच्ची ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने रोटी बनाने वाले तबे से हमला कर गला घोंटकर हत्या कर दी और हत्या को आत्महत्या का रुप देने कैरोसिन डालकर आग लगा दिया था।

जानिए क्या है मामला
एसपी विवेक सिंह ने मामले का खुलाशा करते हुये बताया कि 6 जून को फरियादी ने मऊगंज थाने पहुंचकर शिकायत की थी कि गांव में बब्बू सिंह के घर में बारात आनी थी जहां वह अपने परिवार के साथ काम करने गया था। फरियादी ने पुलिस से कहा कि घर में अकेली उसकी तीसरे नम्बर की नाबलिग बच्ची ने आग लगा ली। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर विवेचना शुरु की लेकिन पहले तो पूरा मामला आत्महत्या का ही प्रतीत हुआ लेकिन जब पीएम रिपोर्ट मिली तो उसमें गला घोंटने की बात सामने आई और पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच को आंगे बढ़ाया। तकरीबन 5 साल तक पुलिस इस अंधी हत्या का कोई भी साक्ष्य नहीं जुटा पाई लेकिन जब हत्या की फाइल को दोबारा से मऊगंज एसडीओपी नवीन दुबे ने खोली तो ना सिर्फ हत्या का खुलाशा हुआ बल्कि आरोपी भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया।

जनिए कैसे खुला हत्या का राज….
5 सालों से थाने की धूल खा रही नाबालिग बच्ची की हत्या की फाइल को एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर मऊगंज एडिशनल एसपी विवेक लाल ने एसडीओपी नवीन दुबे को सौंपी। एसडीओपी दुबे ने सबसे पहले बच्ची के करीबियों, पड़ोसियों, और परिजनों से बात की। बातचीत में सामने आया कि घटना दिनांक को घर के बाहर एक लाल रंग की बाइक खड़ी थी जो कि गांव के ही बब्बू सिंह की थी। पुलिस ने बब्बू के बारे में पता लगाया तो सामने आया कि बब्बू का अक्सर बच्ची के घर में आना जाना था और बब्बू के साथ बच्ची की मां के अवैध संबंध थे। पुलिस देर से ही सही लेकिन सही दिशा पर जा रही थी और तमाम साक्ष्यों को एकत्रित करने के बाद आरोपी को जब हिरासत में लिया तो उसने सारा सच खुद ब खुद बयां कर दिया।

जनिए कैसे और क्यों ली बच्ची की जान
पुलिस ने अपने खुलासे में बताया कि घटना दिनांक को जब बच्ची के परिजन उसके घर में आयोजित होने वाले वैवाहिक कार्यक्रम में काम कर रहे थे तभी वह बच्ची के घर पहुंचा जहां वह अकेली थी। आरोपी ने गलत इरादे से बच्ची के साथ छेड़खानी की लेकिन बच्ची ने विरोध करते हुये शोर मचाया तो वह रुक गया लेकिन आरोपी को डर था कि बच्ची परिजनों के घर लौटने पर सब कुछ बता देगी जिससे उसकी बदनामी होगी और इसी बदनामी के डर से आरोपी ने बच्ची के गले में पहले रोटी बनाने तबे से हमला किया और गला घोंटकर हत्या कर दी जिसके बाद षव को आग के हवाले कर दिया जिससे हत्या आत्महत्या में प्रतीत हो। पुलिस ने फिलहाल आरोपी नरेन्द्र सिंह उर्फ बब्बू उम्र 51 वर्ष निवासी फूलकरन सिंह मऊगंज को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है।

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