अस्पताल प्रबंधन की शिकायत पर अमहिया थाने में दर्ज हुई एफआईआर, जांच में जुटी पुलिस
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा में जन्म और मृत्यु प्रमाण का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। यहां अस्पताल की फर्जी बेवसाइड तैयार कर फर्जी हस्ताक्षक और सील लगाकर लोगों से पैसे लेकर प्रमाणपत्र जारी किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस फर्जीवाड़े की खबर मिलते ही अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया और आनन फानन में इसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है।
दरअसल यह पूरा मामला संजय गांधी अस्पताल का है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल के सीएमओ कक्ष से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हेाते हैं। इसके लिए उपअधीक्षक डॉ. अतुल सिंह अधिकृत हैं और उनके हस्ताक्षर से ही यह प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। इसके लिए अस्पताल की वेबसाइट भी है। उसके माध्यम से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र आवेदन मिलने पर बनाए जाते हैं। लेकिन अब अस्पताल के नाम से किसी ने फर्जी वेबसाइट बना ली है और उसके जरिये वह लोगों से पैसे लेकर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करता है। बकायदे उसमें अधिकारियों के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर कर सील भी लगाई जाती है, ताकि वह देखने में असली लगे।
यह मामला कुछ दिन पूर्व ही सामने आया, जिसके बाद अस्पताल अधिकारियों के होश उड़ गए। अस्पताल के बाहर बैठकर कोई व्यक्ति जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर रहा है और इसकी भनक किसी को नहीं लग पाई। पूरा मामला अब पुलिस को सौंप दिया गया है जिस पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश कर दी है। उनके पकड़े जाने के बाद ही पूरा मामला सामने आयेगा।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलाशा
फर्जीवाड़े का खुलासा कुछ दिन पूर्व हुआ है। बताया गया कि रामधीन सिंह गोड़ पिता छोटलाल निवासी कन्हैया तहसील हनुमना का मृत्यु प्रमाण पत्र 20 अप्रैल को जारी हुआ था। इसके संबंध में अस्पताल से जानकारी मांगी गई थी। उक्त मृत्यु प्रमाण पत्र के संबंध में जब अधिकारियों ने दस्तावेज चेक किए तो उनके रिकार्ड में इस नाम से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी ही नहीं किया गया था। अधिकारियों ने जब इसकी गहराई जांच की तो पता चला कि किसी ने अस्पताल के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई है और वह लोगों को जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर रहा है।