तेज खबर 24 रीवा।
रीवा जिले की ऐतिहासिक देवतालाब शिव मंदिर में सावन सोमवार के दिन बड़ा हादसा हो गया। भगवान का जलाभिषेक और दर्शन करने आए श्रद्धालुओं पर मंदिर के ऊपर से गुजरने वाली विद्युत लाइन का तार अचानक शार्ट.सर्किट की वजह से टूटकर गिर गया। सुबह करीब 11.30 बजे हुए हादसे में दो दर्जन के लगभग श्रद्धालु चपेट में आ गए। मंदिर में मौजूद पुलिसकर्मी स्थिति को संभालने के लिए कुछ कर पाते उससे पहले ही भगदड़ मच गई। करंट से बचे श्रद्धालु भगदड़ की चपेट में आ गए। इसमें करीब 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इनमें काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि देव तालाब मंदिर का विंध्य में ऐतिहासिक महत्व होने के कारण सोमवार को काफी भीड़ थी। सुबह 11.30 बजे पूजा पाठ करने आए श्रद्धालुओं पर शार्ट.सर्किट के कारण बिजली तार टूटकर गिर गया। इससे दो दर्जन से ज्यादा भक्त करंट की चपेट में आ गएए जबकि करीब 30 भक्त भगदड़ में घायल हो गए। घटना से पूरे मंदिर परिसर में अफरा.तफरी का माहौल निर्मित हो गया। सूचना मिलते ही आसपास के थानों से भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। मंदिर में घायल अवस्था में पड़े श्रद्धालुओं को एम्बुलेंस सहित शासकीय व प्राइवेट वाहनों से तत्काल नईगढ़ी, मऊगंज, देवतालाब के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में लाया गया। जो लोग रीवा के थे वे अपनों को लेकर इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल आ गए। सभी घायलों का इलाज चिकित्सकों की देखरेख में चल रहा है। हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
जानिए कैसे हुआ हादसा और किसकी लापरवाही बनी वजह…
बताया गया कि देव तालाब की मेढ़ पर एक टीन शेड लगा थाए जिसके ऊपर से बिजली का तार गुजरा है। वह तार अचानक से हुये शॉर्ट सर्किट की वजह से टूटकर टीन शेड पर गिर गया था। टीन शेड से जाली जुड़ी थी जो मंदिर तक जाती है। उस जाली से करंट श्रद्धालुओं तक पहुंच गया था। मंदिर में चारों तरफ पानी फैला था जिसकी वजह से करंट पूरे मंदिर परिसर में फैल गया था। प्रत्यक्षदर्शियों की मांने तो सब कुछ इतना अचानक हुआ था कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। मंदिर में करंट फैल गया था और सभी लोग जान बचाकर भागने लगे थे।इस पूरे हादसे की वजह बिजली कंपनी की लापरवाही मानी जा रही है जिसकी वजह से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की जान खतरे में पड़ गई थी। सावन माह में यहां लाखों श्रद्धालु भगवान की पूजा करने आते हैं। इसके बाद भी यहां पर बिजली के तारों को दुरुस्त नहीं किया गया था। स्थानीय लोगों की मानें तो तारों की मरम्मत नहीं करवाई गई थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। गनीमत रही कि कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई।
यह श्रद्धालू हुये घायल
हादसे में आधा सैकड़ा से अधिक लोग घायल हुए हैं। सर्वाधिक संख्या महिलाओं की है। घायलों में गुलाब कली साकेत निवासी मनगवां, सुमित्रा नामदेव टटिहरा, सविता नामदेव टटिहरा, कुसुम नामदेव चमडीहा, अर्चना पटेल निवासी कैलाशपुर, प्रेमवती तिवारी निवासी अमिलिया सीधी, मकसूदन पाल निवासी हनुमना, ममता कुशवाहा निवासी मनगवां, ललिता साहू निवासी रघुनाथगंज, श्याम कुशवाहा निवासी खटखरी, जमुनी साकेत निवासी सीधी, यशोदा साकेत निवासी रामपुर नैकिन सीधी, सुधा मिश्रा निवासी हनुमना, सचिता त्रिपाठी निवासी हनुमना, नीलम मिश्रा, दीना केवट निवासी शाहपुर, सविता सोंधिया निवासी लक्ष्मणपुर रीवा, पूनम सोंधिया निवासी लक्ष्मणपुर रीवा, कृष्ण कुमार सोंधिया निवासी लक्ष्मणपुर रीवा, मन्नू सोंधिया निवासी लक्ष्मणपुर रीवा, देवकली कोल निवासी अमिलिया सीधी, कलावती कोल निवासी अमिलिया सीधी, सरस्वती साकेत निवासी मऊगंज, निशा केवट निवासी देवरा, सुनैना शर्मा निवासी मिर्जापुर, बृजेश शर्मा निवासी मिर्जापुर, वीरेंद्र पटेल निवासी कैलाशपुर हनुमना, रामनाथ साकेत निवासी सीधी बड़हरा, अनुराधा साकेत निवासी भितरी सीधी, राज कुमार साकेत निवासी भितरी सीधी, अनुपम साकेत निवासी भितरी सीधी, कुसमी साहू निवासी झलवार सीधी, रामअवतार विश्वकर्मा निवासी सीधी, अर्चना मिश्रा निवासी मुदरिया, जगजीवन साकेत निवासी गोदरी मनगवां, सरोज साहू 38 वर्ष नईगढ़ी, इंद्रवती साकेत 50 वर्ष मनगवां, स्वाती साकेत 25 वर्ष मनगवां, अर्चना वर्मा छत्रपति नगर, गुंजन साहू मनगवां, रीति सेन निवासी नईगढ़ी, तीजू पटेल बर्रोहा, अयोध्या पटेल ढनगन, चंद्रभान पटेल बर्रोहा, आकाश पटेल ढनगन, संगम पटेल निवासी ढनगन, यशोमति सिंह निवासी छोटी सेमरिया, जज्ञयास सिंह निवासी छोटी सेमरिया, दुग्गू यादव सिरमौर, गुड़िया प्रजापति शिवराजपुर, राजकली प्रजापति शिवराजपुर, गुलाबसिया कुशवाहा निवासी सुकमी शामिल हैं.