पर्यटन को बढ़ावा देने बर्ड सेंचुरी विकशित करने उठाया गया यह बड़ा कदम…
तेज खबर 24 जबलपुर।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित एशिया के सबसे बड़े आर्बन फॉरेस्ट डुमना नेचर पार्क में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम बर्ड सेंचुरी विकसित करेगा। पर्यटकों को टेलीस्कोप से लेकर अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। पर्यटक क्षेत्र में मौजूद पक्षियों का दीदार कर सकेंगे। हरित क्षेत्र को बढ़ावा देकर पक्षियों के लिए और अनुकूल वातावरण बनाने के प्रयास किए जाएंगे। जबलपुर वन क्षेत्र के सभी प्रजाति के पक्षी बस सकेंगे।
वन्य प्राणी विशेषज्ञ व पर्यावरणविद एबी मिश्रा नें कहा कि जबलपुर के वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में पक्षियों की प्रजातियों से लेकर अन्य वन्य जीवों की मौजूदगी है। डुमना में बर्ड सेंचुरी बनाने की दिशा में नगर निगम ने अच्छी पहल की है। यहां एशिया का सबसे बड़ा अर्बन फॉरेस्ट है ऐसे में अगर बर्ड सेंचुरी विकसित की जाती है तो यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। बताया गया कि नेचर पार्क में नक्षत्र गार्डन का भी निर्माण किया जाएगा। नक्षत्र के हिसाब से पौधे रोंपे जाएंगे। इसके अलावा राशि गार्डन भी विकसित किया जाएगा। डुमना के वन क्षेत्र मेंबड़ी संख्या में वन्य जीवोंकी भी मौजूदगी है।
354 प्रजाति के पक्षी मौजूद है यहां, 100 प्रवासी पक्षी भी…
विशेषज्ञों के अनुसार जबलपुर के वन क्षेत्र व आसपास लगभग 354 पक्षियों की प्रजातियां देखी गई हैं। इनमें से 100 पक्षी प्रवासी हैं। इनमें डेसर्ट कीटियर, लांग लेग बेजार्ड, हिमालियन ग्रेफान, यूरेशियन वल्चर वे प्रवासी पक्षी हैं जो ठंड के मौसम में शहर में देखे जा रहे हैं। दूधराज और ऑसप्रे पिछले कुछ साल से न केवल शहर में दिख रहे हैं बल्कि ब्रीडिंग यहीं कर रहे हैं। पेंटेंड फेंकोलिन, ग्रे फ्रेंकोलिन, रेन क्वाइल, ग्रे नाइटजार, ग्रीन रेड पैरट, ब्लू ब्रेस्टिड क्वाइल, जंगली बुश क्वाइल, बरीड बटन क्वाइल, रेड स्पर फाल, रेड जंगल फाल, इंडियन पीफाल, ग्रेलेग गोसी, वाइट नेप्ड वुडपेकर, लेसर वाइट थ्राट, सिकीज लार्क, कॉमन रोजफिंच, लीसर विसलिंग टेल, रुडी शेलडक, कॉमन पोचर्ड, नार्दन पिनटेल, वुड सेंडपिपर, ग्रेट थिकनी, लिटिल रिंग्ड प्लोवर, यलो वेटेड लेपविंग, रेड वेटेड लेपविंग, ब्लेक हेडेड गुल, रिवर टर्न, नर्मदा रिवर, पिड एवोसेट, रिवर लेपविंग, किंग फिशर, ब्लू रॉक, ग्रीन अवेडवेट, डक, गाडवाल, यूनेसियान आउल आदि पाए जाते हैं।