थाना प्रभारी विहीन कोतवाली पुलिस की वसूली को लेकर थी शहर भर में थी चर्चा, सुसाइड ने उजागर कर दी करतूत
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा में पुलिस से तंग आकर एक युवक द्वारा फांसी के फंदे में झूमकर सुसाइड किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मृतक ने मौत को गले लगाने से पहले पैंट की जेब में एक सुसाइड नोट छोड़ा है। इसमें मृतक नें शहर की कोतवाली थाने में पदस्थ दो पुलिसकर्मियों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों के मुताबिक पुलिसकर्मी मारपीट व एससीएसटी मामले में बचाने उससे 1 लाख लेने के बावजूद भी परेशान कर रहे थे। युवक का शव आज सुबह घर के भीतर एक कमरे में फांसी पर लटकता पाया गया है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारकर पीएम के लिए अस्पताल पहुंचाया है।
मामला शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत पांडेन टोला का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक पांडेन टोला निवासी संतोष कुशवाहा का शव आज सुबह घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर लटकता पाया गया है। मृतक के छोटे भाई अजय कुशवाहा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह जब वह प्रयागराज से रीवा लौटा तो मोहल्ले वासियों ने बताया कि संतोष कमरे का दरवाजा नहीं खोल रहा है। छोटे भाई ने घर के अंदर जाकर जब खिड़की से देखा तो संतोष फांसी के फंदे में लटक रहा था।
जेब में मिला सुसाइड नोट …
मृतक के छोटे भाई अजय कुशवाहा ने बताया कि पुलिस को तलाशी के दौरान संतोष की पैंट की जेब से एक कागज का टुकड़ा मिला है जिसमें उसने सुसाइड की वजह का जिक्र करते हुए कोतवाली थाने के दो पुलिसकर्मियों पर पैसों के लिए परेशान करने का आरोप लगाया है। इस सुसाइड नोट में जिन दो पुलिसकर्मियों का जिक्र है उनमें सिटी कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तुलसीदास साकेत व लंकेश वर्मा का नाम शामिल है।
एक लाख लेने के बाद भी कर रहे थे परेशान …
मृतक की जेब से मिले सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि पुलिसकर्मी उससे 1 लाख ले चुके थे, बावजूद इसके वह उसे लगातार परेशान भी कर रहे थे। परिजनों के मुताबिक मृतक संतोष के विरुद्ध सिटी कोतवाली थाने में मारपीट व एससी-एसटी का प्रकरण दर्ज था। आरोप है कि उक्त प्रकरण को लेकर पुलिसकर्मी संतोष को लगातार ब्लैकमेल कर रहे थे और उससे 1 लाख लेने के बाद भी परेशान किया जा रहा था।
वसूली को लेकर शहर भर में थी चर्चा…
जिस कोतवाली थाने के दो पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाकर एक युवक ने सुसाइड जैसा आत्मघाती कदम उठाया है उस कोतवाली पुलिस की चर्चा काफी दिनों से शहर में आम हो चुकी थी। बताया जाता है कि निरीक्षक स्तर का थाना प्रभारी विहीन था और थाने का प्रभार एसआई के कंधों पर था, लेकिन यहां तैनात एक से बढ़कर एक घाघ पुलिसकर्मियों के आगें एसआई की एक ना चली। बताया जाता है कि यहां आने वाले फरियादी से लेकर आरोपी तक पुलिस के लिए महज एक ग्राहक थे, जिनके थाना पहुंचने के बाद से ही बोली लगनी शुरू हो जाती थी और ऐसा ही कुछ हुआ मृतक संतोष कुशवाहा के साथ, जहां थाने में दर्ज प्रकरण के चलते उसे थाने के ही पुलिसकर्मियों ने इस कदर ब्लैकमेल किया कि वह अपनी जान देने पर आमादा हो गया। फिलहाल पुलिस पर लगे आरोपों पर कितनी सच्चाई है यह जांच के बाद ही पता चलेगा।