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लाल खून का काला कारोबार : रीवा के एसजीएमएच में खून के बदले 5 हजार की ठगी…


अस्पताल के ब्लड बैंक में सक्रिय खून के सौदागर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कर्मचारियों से सांठ गांठ आई सामने


रिपोर्ट अयाज खान अज्जू
तेज खबर 24 रीवा।


विंध्य के सबसे बड़े संजय गांधी अस्पताल में लाल खून के काले कारोबार का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। यहां जरुरतमंद मरीजों के भटक रहे परिजनों को खून दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट के एजेंट को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो 5 हजार से 7 हजार रुपए में खून उपलब्ध कराता था।
पुलिस ने एजेंट को गिरफ्तार कर उससे रैकेट में शामिल अन्य एजेंटों के संबंध में पूंछताछ की है जिसमें कई नाम सामने आ रहे है। वहीं आशंका जताई जा रही है कि इस रैकेट में अस्पताल के कुछ कर्मचारी भी शामिल हो सकते है।
दरअसल यह कार्यवाही शहर की अमहिया थाना पुलिस ने की है जहां अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन से खून का कारोबार करने वाले रैकेट के एजेंट ने 5 हजार रुपए की ठगी की गई है। मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है जिससे पूछताछ की जा रही है।
कार्यवाही को लेकर थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने जानकारी देते हुये बताया कि संजय गांधी अस्पताल से लगातार शिकायत आ रही थी कि यहां कुछ लोग खून की बिक्री का रैकेट संचालित कर रहे है। पुलिस ने इस रैकेट में शामिल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसके खिलाफ अस्पताल में भर्ती मरीज के अटेंडर अयोध्या प्रसाद साकेत के द्वारा शिकायत भी दर्ज कराई गई है जिस पर आरोपी के विरुद्ध धारा 419 420 का अपराध दर्ज कर लिया है।


1 यूनिट ब्लड की कीमत 5 से 7 हजार
संजय गांधी अस्पताल में सक्रिय एजेंट मरीज के अटेंडर की मजबूरियों का फायदा उठाते हुये मनचाहा पैसों की मांग करते है। बताया गया कि 5 से 7 हजार में एजेंट 1 यूनिट ब्लड उपलब्ध कराते है जिसमें कहीं ना कहीं ब्लड बैंक के कर्मचारियों की भी संलिप्तता होती है। वहीं यह एजेंट पैसे मिलने के महज 10 मिनट के भीतर ब्लड उपलब्ध करा देते है जबकि सामान्य व्यक्ति को यहीं ब्लड के लिये 1 से 2 घंटे का वक्त ब्लड बैंक की फार्मेल्टियां पूरी करने में लग जाता है।


काफी समय से पुलिस को मिल रही शिकायत
अस्पताल में खून बेंचने वाले रैकेट की शिकायत पुलिस को काफी समय से मिल रही थी। पुलिस इस रैकेट तक पहुंचने के लिये योजना बना ही रही थी कि एक फरियादी ने नामजद शिकायत दर्ज करा दी जिस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि यह रैकेट अस्पताल में लंबे समय से सक्रिय है जो खून का काला कारोबार संचालित कर रहा था।


ब्लड बैंक के इर्द गिर्द घूमते है एजेंट
अस्पताल में ब्लड बेंचने वाले रैकेट में शामिल एजेंट अक्सर ब्लड बैंक के इर्द गिर्द घूमते देखे जा सकते है। यह एजेंट ब्लड बैंक में आने जाने वाले लोगों पर भी नजर रखते है और फिर उनसे बात कर अपने झांसे में फंसाकर लोगों की मजबूरियों का फायदा उठाकर सौदा तय कर ब्लड उपलब्ध कराते है।


वर्जन
अस्पताल में खून बेंचने की शिकायत लगातार मिल रही थी, पुलिस द्वारा ऐसे लोगों की धड़पकड़ के लिये योजना बनाकर एक युवक को गिरफ्तार किया गया है जिसके खिलाफ एक फरियादी द्वारा शिकायत भी दर्ज कराई गई है। मामले में आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर रैकेट में शामिल अन्य लोगों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
अमहिया थाना प्रभारी,शिवा अग्रवाल

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