एमपी, यूपी, दिल्ली और छत्तीसगढ़ से जुड़े मिले ठगी के तार, राजनैतिक पार्टी व मीडिया के रसूकदार निकले ठग
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा एसपी नवनीत भसीन ने 4 राज्यों के बीच उल्झी 2.50 करोड़ की ठगी मिस्ट्री को सुलझा लिया है। एसपी द्वारा गठित टीम ने ठगी करने वाले दो आरोपियों को यूपी सहित दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है जबकि ठगी में शामिल 2 आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस ने पकडे़ गए आरोपियों के कब्जे से 15 लाख की होण्डा सिटी कार सहित कुल 35 लाख की संपत्ति जप्त की है।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने रीवा शहर के बोदाबाग में रहने वाले डॉक्टर परिवार से ढाई करोड़ की ठगी की थी जिन्होंने कानूनी उलझनों में फंसे परिवार के एक सदस्य को उससे बाहर निकालने का आश्वासन देकर ठगी की थी। फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया है जिनकी जमानत को निरस्त करते हुये न्यायालय ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।
जानिए क्या है पूरा मामला…
अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल ने जानकारी देते हुये बताया कि रीवा शहर के बोदाबाग निवासी सीमा अग्रवाल ने 2 फरवरी को अमहिया थाने में 2.50 करोड़ की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उनके पति छत्तीसगढ़ के बैकुण्ठपुर में कानूनी उलझनों में फंस गए थे। पति के विरुद्ध दर्ज प्रकरणों को निपटाने और जेल में बंद पति को जमानत पर रिहाई दिलाने के नाम पर मोहम्मद फरीद निवासी यूपी सोनभद्र ओबरा, अजय विक्रम सिंह निवासी पटपड़ गंज दिल्ली हाल मुकाम सुल्तानपुर यूपी, संदीप तिवारी उर्फ पिंटु तिवारी निवासी सुल्तानपुर सहित राम आर्य पाठक निवासी सुल्तानपुर यूपी ने मिलकर उनसे अलग अलग किस्तों में 2.50 करोड़ रुपए लिये और बाद में उनकी मदद करने से मुकर गए जिनके द्वारा उनके पैसे वापस नहीं लौटाए गए है। पुलिस ने उपरोक्त मामले में फरियादिया सीमा अग्रवाल की शिकायत पर आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनमें सोनभद्र उत्तरप्रदेश निवासी मोहम्मद फरीद व दिल्ली निवासी अजय विक्रम सिंह शामिल है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 15 लाख की कार सहित कुल 35 लाख की संपत्ति जप्त कर ली है। जिन्हें आज न्यायालय में पेशकर जेल भेजा गया है। वहीं ठगी के मामले में शामिल दो अन्य आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है।
पति के लिये ठगी का शिकार हुई पत्नी
पुलिस से की गई शिकायत में फरियादिया सीमा अग्रवाल ने जानकारी देते हुये बताया कि 2 सितम्बर 2020 को छत्तीसगढ़ के बैकुण्ठपुर में रहने वाले पति संजय कुमार अग्रवाल को पुलिस ने हिरासत लेकर अलग अलग प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया था। पति के जेल जाने के बाद पीड़िता सहित उसका पूरा परिवार परेशान था और पति को बचाने के लिये वह हर संभव प्रयास में जुट गई और पति को बचाने के लिये उसका संपर्क आरोपियों से हुआ और फिर यही से शुरु हुआ ठगी का खेल।
ऐसे हुई थी आरोपियों से पहचान
पति के जेल जाने के बाद पत्नी सीमा की जेल में बंद पति से फोन पर बातचीत हुई। पति ने पत्नी को बताया कि इन सारी उलझनों से ओबरा निवासी मोहम्मद फरीद नाम का शख्स उसकी मदद कर सकता है। पति ने पत्नी को बताया था कि मोहम्मद फरीद राजनैतिक पकड़ वाला व्यक्ति है जो उसकी मदद कर उसे बाहर निकाल सकता है और फरीद का नम्बर भी पीड़िता के पति के मोबाइल फोन पर सेव था जिससे संपर्क करने के लिये सीमा को पति ने ही कहा था और फिर पति के कहने पर ही सीमा ने भाई रवी की मदद से मोहम्मद फरीद से फोन कर संपर्क किया और यही से शुरु हुआ ठगी का खेल।
आरोपियों ने ऐसे बनाया ठगी का शिकार
जेल में बंद पति को बाहर निकालने के लिये पत्नी सीमा ने पति के ही कहने पर अपने भाई डॉक्टर रवी अग्रवाल की मदद ली और पति के मोबाइल फोन पर मिले फरीद नाम के नम्बर पर बातचीत की। 24 सितम्बर को फोन पर हुई बातचीत के दौरान मोहम्मद फरीद ने भाई बहन को यह अश्वासन दिया कि वह ना सिर्फ राजनैतिक रुप से मदद कर आगे राजनैतिक दुर्भावना से होने वाले प्रकरणों में रोक लगवाएगा बल्कि हाई एवं सुप्रीम कोर्ट के बड़े वकीलों से भी उसके संबंध हैं , जिससे जो भी प्रकरण दर्ज हैं उनमें भी कानूनी मदद कर उनमें जल्द से जल्द जमानत एवं राहत दिलवायेगा एवं उसकी दिल्ली में न्यूज चैनल में कार्यरत एक बड़े अधिकारी अजय विक्रम सिंह से बात हुई है, उनके शीर्ष नेताओं के साथ एवं बड़े वकीलों से अच्छे संबंध हैं। और इस तरह से मोहम्मद फरीद से पूरी डील 1.50 करोड़ में तय हुई। डेढ़ करोड़ के पेमेंट के बाद फरीद ने यह आश्वासन दिया कि अब कोई राजनैतिक दबाव के कारण प्रकरण नहीं दर्ज होंगे और जल्द ही कानूनी सहायता से जमानत मिल जाएगी। पैसे लेने के काफी दिन गुजर जाने के बाद भी जब पीड़ित परिवार को कानूनी उलझनों से राहत नहीं मिली दोबारा मोहम्मद फरीद से बातचीत हुई जिसने मामला पेचीदा व बेहद ही गंभीर बताते हुये और पैसों की मांग करते हुये कहा कि यदि 1 करोड़ की व्यवस्था नहीं की तो पूर्व में दिए गए डेढ़ करोड रुपए डूब जाएंगे। ऐसे में पीड़िता ने किसी तरह से मांगी गई एक करोड़ की रकम जुटाई और आरोपियों को उपलब्ध कराया लेकिन उनके द्वारा ना तो किसी भी प्रकार की मदद की और नाहीं पैसे लौटाए गए और इस तरह से मोहम्मद फरीद के साथ मिलकर उसके चार सहयोगियों ने ढाई करोड़़ रुपए की ठगी कर डाली।
इन आरोपियों ने की ठगी…
पुलिस के मुताबिक रीवा के डॉक्टर परिवार से ठगी करने वालों में मोहम्मद फरीद निवासी संकट मोचन मंदिर के पास ओबरा सोनभद्र उत्तरप्रदेश, अजय विक्रम सिंह निवासी तक्षशिला अपार्टमेंट पटपड़ गंज दिल्ली हाल मुकाम शास्त्री नगर थाना सिटी कोतवाली जिला सुल्तानपुर यूपी, संदीप तिवारी उर्फ पिंटु तिवारी निवासी लाल दिग्गी सुल्तानपुर यूपी व राम आर्य पाठक निवासी सुल्तानपुर यूपी शामिल है। पुलिस ने उक्त आरोपियों में मोहम्मद फरीद व अजय विक्रम सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि दो आरोपी संदीप उर्फ पिंटु व रामआर्य पाठक फरार है।
इनका कहना है…
फरियादिया सीमा अग्रवाल की शिकायत को गंभीरता से लेते हुये आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर टीम के साथ यूपी के ओबरा व सुल्तानपुर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो आरोपी फरार है। मामले में आरोपियों के विरुद्ध दर्ज प्रकरण पर 7 साल से अधिक की सजा है जिस पर न्यायालय ने विचार करते हुये आरोपियों की जमानत निरस्त करते हुये जेल भेज दिया है।
शिवा अग्रवाल, थाना प्रभारी अमहिया