सुसाइड से पहले समूह संचालक ने वीडियो वायरल कर बताई थी सुसाइड की वजह
तेज खबर 24 रीवा।
रीवा में एक दिन पूर्व स्व सहायता समूह के संचालक द्वारा किए गए सुसाइड मामले में पुलिस ने उसकी मौत के जिम्मेदारों पर एफआईआर दर्ज कर स्कूल के प्रचार्य सहित बीआरसी को गिरफ्तार कर लिया है। त्योथर एसडीओपी समरजीत सिंह ने जानकारी बताया कि मृतक विनोद तिवारी ने सुसाइड से पहले एक वीडियो जारी किया था। वीडियों में मृतक ने रामपुर संकुल के प्राचार्य जयकृष्ण उपाध्याय, मध्यांहभोजन के शाखा प्रभारी रजनीश तिवारी और आंगनबाड़ी सुपरवाइजर को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था। युवक की मौत के बाद परिजन लगातार कार्यवाही की मांग पर अड़े थे जिस पर पुलिस ने धारा 306 का अपराध दर्ज कर प्राचार्य सहित बीआरसी को आज गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आंगनबाडी सुपरवाईजर की तलाश जारी है।
जानिए क्या है मामला
सुसाइड की घटना सोहागी थाना के सोनौरी चौकी क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक सोहागी थाना के सोनौरी चौकी क्षेत्र ग्राम रामपुर के तिवरियान टोला निवासी विनोद कुमार तिवारी उम्र 42 साल ने मंगलवार की शाम तकरीबन 5 बजे घर के एक कमरें में फांसी के फंदे में झूलकर सुसाइड कर लिया था। घटना की जानकारी होते ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी जहां पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये शव को पीएम के लिये अस्पताल भेज दिया। इधर मामले में मृतक के परिजन युवक की मौत के जिम्मेदारों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। परिजनों का कहना था कि जब तक हत्या का मामला दर्ज नहीं होता तब तक वह शव का पीएम नहीं कराएंगे।
सुसाइड से पहले वीडियो वायरल कर प्राचार्य सहित इन्हें ठहराया था मौत का जिम्मेदार
गौरतलब है कि मृतक विनोद कुमार तिवारी ने सुसाइड करने से पहले अपने परिचितों के मोबाइल पर एक वीडियो बनाकर डाला जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार रामपुर स्कूल के प्राचार्य जयकृष्ण उपाध्याय सहित मध्यान्ह भोजन शाखा प्रभारी रजनीश तिवारी और आंगनबाड़ी सुपरवाइजर को ठहराया था। आरोप था कि स्कूल प्राचार्य सहित अन्य ने उसेमानसिक रुप से प्राताड़ित कर रखा था जिसके चलते युवक ने सुसाइड जैसा आत्मघाती कदम उठाया है। युवक की मौत के बाद परिजन कार्यवाही की मांग पर अडे़ हुये थे। परिजनों का कहना है कि जब तक प्राचार्य के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज नहीं होता तब तक वह शव का पीएम नहीं कराएंगे। फिलहाल पुलिस द्वारा आक्रोशित परिजनों को समझाइस देकर उन्हे शांत कराया जिसके बाद पीएम कराया गया और मामले में जिम्मेदारों के विरुद्ध आत्महत्या के प्रेरित करने की धारा 306 का अपराध दर्ज कर लिया है। मामले में आज स्कूल प्राचार्य सहित बीआरसी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि आंगनबाड़ी सुपरवाइजर की तलाश जारी है।
50 प्रतिशत कमीशन की थी मांग
मध्यांह भोजन का वितरण करने वाले समूह के संचालक ने स्कूल के प्राचार्य सहित अन्य पर शासन से मिलने वाली राशि में 50 प्रतिशत कमीशन की मांग कर रहे थे। समूह संचालक द्वारा कमीशन ना देने के कारण 3 माह से भुगतान नहीं किया ऐसे में समूह संचालक के सामने सुसाइड की वजाय और कोई रास्ता नहीं बचा था।