सिंगरौली में पदस्थ रीवा निवासी पटवारी ने पत्रकार से भूमि नामांतरण के नाम पर मांगी थी 56 हजार की रिश्वत…
तेज खबर 24 रीवा, सिंगरौली।
सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ रीवा लोकायुक्त ने चार दिन में चौथी बड़ी कार्यवाही करते हुये सिंगरौली जिले के पटवारी को 15 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पटवारी ने भूमि नामांतरण कराने के नाम पर एक पत्रकार से 56 हजार बतौर रिश्वत की मांग की थी जिस पर पटवारी को आज पत्रकार से 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।
यह कार्यवाही लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ के निर्देश पर सिंगरौली के सरई इलाके में की गई है। बता दें कि रीवा लोकायुक्त की चार दिन में यह चौथी बड़ी कार्यवाही है जबकि सिंगरौली में दो दिन के भीतर दूसरी कार्यवाही बताई जा रही है।
कार्यवाही को लेकर लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने जानकारी देते हुये बताया कि फरियादी जितेन्द्र कुमार तिवारी निवासी ग्राम करई तहसील सरई पेशे से पत्रकार है। बताया गया कि फरियादी जितेन्द्र ने सरई तहसील के पिड़रा हल्का पटवारी अनुभव त्रिपाठी निवासी चिरहुला कॉलोनी रीवा के विरुद्ध रिश्वत मांगने की शिकायत लोकायुक्त कार्यालय रीवा में दर्ज कराई थी। फरियादी का आरोप था कि पटवारी द्वारा जमीन का नामांतरण कराने के नाम पर 56 हजार बतौर रिश्वत की मांग की जा रही हैं।
लोकायुक्त द्वारा फरियादी की शिकायत जांच में सही पाए जाने के बाद निरीक्षक जियाउल हक के नेत्रत्व में ट्रैप कार्यवाही सुनियोजित कर आज पटवारी को फरियादी से 15 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है।
पटवारी ने फरियादी की रकम लेकर ग्राम पीपराखंड स्थित सरकारी जमीन पर बुलाया था जहां फरियादी ने जैसे ही पटवारी के हाथों में रिश्वत की रकम थमाई तभी जाल बिछाकर बैठी लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को धर दबोचा। मामले में पटवारी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।
4 दिन के भीतर ये हुए ट्रैप
रीवा लोकायुक्त चार दिन के भीतर चार कार्यवाहियों को अंजाम दिया है। पहली कार्यवाही शुक्रवार को सतना में हुई जहां एमपीईबी के कनिष्ठ अभियंता को रिश्वत लेते पकड़ा गया। दूसरी कार्यवाही शनिवार को रीवा के नईगढ़ी तहसील में हुई जहां नायब तहसीलदार को ट्रैप किया गया इसी तरह तीसरी कार्यवाही रविवार को सिंगरौली जिले में हुई जहां वन विभाग का रेंजर को 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया और अब चौथी कार्यवाही भी सिंगरौली जिले में ही हुई जहां पटवारी को भूमि नामांतरण के नाम पर 15 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।