इरशाद पर दर्ज है 45 अपराध, पुलिस 2 बार कर चुकी है हाफ इनकाउंटर फिर भी कर रहा अपराध
तेज खबर 24 रीवा।
सतना सहित रीवा में लूट पाट जैसी वारदातों को अंजाम देने वाली रीवा के बदमाशों की दो गैंग को सतना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई एक गैंग लुटेरों की है जबकि दूसरी गैंग जेबकतरों की है। लुटेरों की गैंग का सरगना रीवा का कुख्यात अपराधी इरशाद अली निकला है जिसे पुलिस ने उसके साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल लूट, चोरी व राहजनी की वारदातों को अंजाम देने वाली गैंगो का खुलाशा गुरुवार को सतना एसपी धर्मवीर सिंह ने किया है। सतना एसपी के मुताबिक रीवा से पकड़ी गई दो अलग गैंगों ने सतना में एक रिटायर्ड टैक्नीशियन से 5 लाख रुपए की लूट की थी जबकि दूसरी गैंग ने सतना के हेड कॉस्टेबल को लूटा था।
गैंग नम्बर 1 ने टेक्नीशियन से लूटे 5 लाख
सतना एसपी धर्मवीर सिंह ने जानकारी देते हुये बताया कि पहली गैंग रीवा के कुख्यात अपराधी इरशाद की है जिसने रिटायर्ड टेक्नीशियन से 5 लाख रुपए की लूट की थी। बताया गया कि आरोपियों ने सभापुर थाना क्षेत्र में बिरसिंहपुर के कटरा टोला में रहने वाले रिटायर्ड हैडपंप टेक्नीशियन रामकिशोर तिवारी को लिफ्ट देने के बहाने रोका और गाड़ी में बैठाकर कट्टे की नोक पर 5 लाख रुपए लूट कर फरार हो गए थे। मामले में सतना एसपी द्वारा गठित टीम ने इरशाद अली निवासी बड़ी दरगाह अमहिया रीवा, गोलू उर्फ अभिलाष चिकवा निवासी चिकान टोला रीवा, मोहम्मद सद्दाम खान निवासी निपनिया और झब्बू उर्फ इमरान निवासी बड़ी दरगाह अमहिया रीवा को गिरफ्तार किया है।
गैंग नम्बर 2 ने हेड कॉन्स्टेबल को लूटा
सतना में पकड़ी गई रीवा दूसरी गैंग ने एक हेड कॉन्स्टेबल को लिफ्ट देने के बहाने लूट लिया। सतना एसपी के मुताबिक बदमाशों की गैंग ने कॉन्स्टेबल बहोरीलाल को लिफ्ट देने के बहाने लूट लिया था जिन्हें रीवा से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों में राजेश वर्मा उर्फ कुशवाहा निवासी बड़ी दरगाह अमहिया रीवा, राजेश कुशवाहा निवासी अर्जुन नगर रीवा, ब्रजेश मिश्रा निवासी अमहिया रीवा व अजहरुद्दीन निवासी अमहिया रीवा शामिल है।
2 हॉफ इनकाउंटर के बाद भी इरशाद ने नहीं छोड़ा अपराध
गौरतलब है कि रीवा का कुख्यात अपराधी इरशाद अली दो बार पुलिस की गोलियों का निशान बन चुका है। दो बार हॉफ इनकाउंटर के बाद पुलिस यह मान रही थी कि इरशाद अब अपराध छोड़ देंगा लेकिन इरशाद ने जेल से छूटने के बाद एक बार फिर अपनी गैंग बना ली और वह पुराने तर्ज पर लूट व चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगा। पुलिस रिकार्ड की मांने तो इरशाद पर कुल 45 अपराध है जिसने चोरी व लूट से ही अपराध करना शुरु किया था। बाद में इरशाद नशे का तस्कर बना और उसने शराब व नशीली कफ सीरप की जमकर तस्करी की। इरशाद इतना शातिर है कि उसने रीवा जेल के भीतर से ही अपने ही परिवार के चाचा की सुपारी दे डाली थी वह तो गनीमत थी कि गोली चाचा की पीठ पर लगी और उनकी जान बच गई। बहरहाल इरशाद एक बार फिर लूट के मामले में सतना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है जिसे गुरुवार को ही पुलिस ने न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।