पूर्व में हुए निपनिया गोलीकांड से जुड़ा मामला, दो दिन बाद कोर्ट में होनी थी पेशी
तेज खबर 24 रीवा।
अयाज खान अज्जू
रीवा में बुधवार की दोपहर एक बार गोली चालन की घटना से हड़कंप मच गया है। गोली घोघर मोहल्ले के ही एक मोटर मैकेनिक को बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने मारी है। बाइक सवार बदमाश कौन थे और मैकेनिक को गोली क्यो मारी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। मोहल्ले में दिनदहाड़े हुए गोलीकांड में घायल युवक को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया है वहीं पुलिस ने मौके से कारतूस का खाली खोखा नहीं मिला है। फिलहाल गोली लगने से घायल हुए युवक की हालत सामान्य बताई गई है। पुलिस द्वारा घायल के बयान के आधार मामले की जांच शुरु कर दी है। बताया जा रहा है कि यह घटना पूर्व में निपनिया मोहल्ले में हुए गोलीकांड से जुड़ी हुई है जिसमें घायल युवक निपनिया गोलीकांड में आरोपी रह चुका है और मामले में घायल द्वारा समझौते का दबाव बनाया जा रहा था।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की दोपहर लगभग 3.30 बजे घोघर के पचमठा स्थित प्रभात नर्सरी स्कूल के सामने मोहल्ले के ही राशिद खान उर्फ नेवला नाम के युवक पर बाइक सवार बदमाशों ने ताबाड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी जिस दौरान बदमाशों के बंदूक से निकली युवक के बांये कंधे के नीचे जा लगी। मोहल्ले में दिनदहाडे़ गोली चलने की आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग घरों से बाहर निकले तो युवक को घायल अवस्था में पाया जिसे आनन फानन में अस्पताल पहुंचाया गया है।
घटना की कहानी घायल की जुबानी…
गोली लगने से घायल हुए युवक ने बताया कि उसे बाइक सवार 3 लोगों ने गोली मारी है। घायल ने जिन लोगों पर आरोप लगाया है वह पूर्व में हुए गोलीकांड के फरियादी है और घायल खुद पूर्व के गोलीकांड का आरोपी रह चुका है। घायल का कहना है कि आरोपी उससे गवाही के बदले पैसों की मांग कर रहे थे और पैसे ना देने पर गोली मारी गई है। हांलाकि आज दिनदहाडे हुए गोलीकांड में आरोपियों को घायल के अलावा किसी ने भी नहीं देखा और न ही पुलिस को मौके कारतूस का खली खोखा मिला है जिससे पूरा मामला संदेहास्पद लग रहा है और पुलिस असल सच्चाई का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
घायल द्वारा राजीनामें का बनाया जा रहा था दबाव
इधर गोलीकांड का दूसरा एंगल भी सामने आया है जिसमें आज हुए गोलीकांड का कनेक्शन पूर्व में हुऐ निपनिया गोलीकांड से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि निपनिया गोलीकांड में घायल 307 का आरोपी रह चुका है जिसके द्वारा फरियादी पक्ष पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा था और दो दिन बाद ही इस मामले की कोर्ट में पेशी होनी थी। बता दें कि जिन लोगों पर घायल ने गोली चलाने का आरोप लगाया है वह उस वक्त अपनी दुकान मैकेनिक का काम कर रहे थे। हांलाकि पुलिस ने भी जब इस बात की जानकारी जुटाई है और घटना के वक्त वह अपनी दुकान में ही मौजूद थे। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि आखिर गोली किसने और क्यों चलाई…? आखिर गोलीकांण्ड की वजह क्या है…? कहीं यह एक षडयंत्र तो नहीं…? बहरहाल इन तमाम सवालों के जवाब पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेंगे।