शहर के बीच चौराहे में स्थापित है बेशकीमती प्रतिमा, सुरक्षा के नहीं पुख्ता इंतजाम
तेज खबर 24 रीवा।
विंध्य और रीवा राजघराने की धरोहर सुरक्षा के आभाव में गर्त होती जा रही है। इन धरोहरों को ना तो रियासत के जिम्मेदार सम्भांल पा रहे है और ना ही शासन और प्रशासन इनकी सुरक्षा कर पा रहा है जिसका नतीजा है कि अब इन धरोहरों पर चोर उचक्को की नजर है।
दरअसल शहर के व्यंकट चौराहे में लगी रीवा रियासत के महाराजा व्यंकट रमण सिंह की प्रतिमा में लटक रही तलवार को ही चोरों ने पार कर दिया है। चोरों ने प्रतिमा से तलवार को तोड़ने के साथ घोड़े की पूंछ को भी तोड़ने का प्रयास किया है। इस घटना की जानकारी लोगों आज उस वक्त हुई जब चौराहे में दुकान लगाने वाले व्यवसाई वहां पहुंचे तो पाया कि महाराजा की प्रतिमा में लटकने वाली तलवार ही गायब है। मांना जा रहा है कि चोरों ने चोरी की इस घटना को अंजाम देकर विंध्य की धरोहर को नुकसान पहुंचाया है और बीच चौराहे में इस तरह की घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती भी दी है। हांलाकि इस घटना के बाद मौके पर नगर निगम का अमला पहुंचा था लेकिन ना तो कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचा और ना ही पुलिस ने ही वहां पहुंचने की जहमत उठाई।
पूर्व में भी प्रतिमा में की जा चुकी है तोड़फोड़
सुरक्षा और देखरेख के आभाव में विंध्य की पहचान और धरोहर कहे जाने वाली महाराज व्यंकट रमण सिंह जूदेव की प्रतिमा जर्जर होती जा रही है। बताया गया कि पूर्व में भी प्रतिमा के अंगो को चोरी करने का प्रयास किया जा चुका है। चोरों द्वारा पूर्व में प्रतिमा की शिलापट्टिका को चोरी किया जा चुका है जिसके बाद अब प्रतिमा में लटक रही तलवार को ही पार कर दिया गया है।
रीवा की शान है महाराजा व्यंकट रमण सिंह की प्रतिमा
बता दें कि शहर के बीच चौराहे पर लगी महाराज व्यंकट रमण सिंह जूदेव की प्रतिमा रीवा की शान है और यह प्रतिमा बहुमूल्य है। इस प्रतिमा में महाराजा व्यंकट रमण सिंह के साथ साथ उनके प्रिय घोड़े की भी प्रतिमा है जिसके उपर वह सवार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शासन प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था ना होने की वजह से यह बेशकीमती प्रतिमा अपना अस्तित्व खोती जा रही है और अब चोर उसे अपना निशाना बना रहे है।