उत्साहवर्धन से ही उंचाईयों की बुलंदी छूते है बच्चे, सोसायटी कर रही वहीं काम…
तेज खबर 24 रीवा।
कहते है शिक्षा यानी एजेकुशेन उस बरगद के पेड़ जैसा है जिसे कोई गिरा नहीं सकता और आत्मविश्वास ही उसकी ताकत होती है। कुछ ऐसा ही आत्मविश्वास बढ़ाने के लिये रीवा शहर के बिछिया मोहल्ले में इस्लामिक वेलफेयर सोसाइटी द्वारा होनहार बच्चों के लिये सम्म्मान व पुरष्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।
सोसायटी ने मुस्लिम समाज सहित विभिन्न वर्ग के बच्चें का भी सम्मानित कर पुरष्कृत किया है। आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान सफलता की सीढ़ी चढ़ चुके बच्चों नें भी माना कि मोटिवेशन हर बच्चे के लिये जरुरी है। दरअसल यह कार्यक्रम रविवार की सुबह शहर के बिछिया मोहल्ला स्थित हजरत दाराशाह ग्राउण्ड में आयोजित किया गया। आयोजन समिति इस्लामिक वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने जानकारी देते हुये बताया कि सोसायटी के उत्साहवर्धन और सहयोग से कई बच्चों ने नीट जैसी परीक्षा में भी सफलता हासिल करके यह साबित कर दिया कि यदि उनका विश्वास बढ़ाने वाला कोई है तो उन्हें अपनी मंजिल तक पहुंचने से कोई नही रोक सकता। कार्यक्रम अवसर पर विभिन्न समुदायों के बच्चों ने भाग लिया जो इस्लामिक वेलफेयर सोसाइटी के सहयोग से आज सफलता के पायदान पर खड़े हुए हैं और परीक्षाओं में उत्कृष्ठ अंक प्राप्त किया है। सोसायटी ने मुस्लिम समाज सहित विभिन्न वर्ग के बच्चों को पुरष्कृत कर उनका हौसला बढ़ाया है। कार्यक्रम के दौरान सोसायटी के पदाधिकारी साबित खान, दीदार खान, याकूब खान, इस्राईल खान, असलम खान, रहीमुददीन खान, मास्टर रफी खान, आशिक खान, सहित अतिथि के रुप में डाॅक्टर कलीम खान, हाजी हसन खान उपस्थित रहे।
सोसायटी निःशुल्क कोचिंग की सुविधा करा रही मुहैया
इस्लामिक वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों के मुताबिक विगत कई वर्षो से मध्यमिक, हाई स्कूल व हायरसेकड्री में पढ़ने वाले बच्चें को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा मुहैया करा रही है। कोचिंग में पढ़ने वाले कई बच्चों ने हाईस्कूल व हायर सेकड्री की परीक्षा में उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया है जिनके उत्साहवर्धन के लिये हर वर्ष पुरस्कार वितरण व सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है। बताया गया कि हर वर्ष तकरीबन 50 से अधिक बच्चे सोसायटी की मदद से निःशुल्क कोचिंग का लाभ लेते है।
महिलाओं के लिये निःशुल्क सिलाई केन्द्र की भी सुविधा
इस्लामिक वेलफेयर सोसायटी एजुकेशन के क्षेत्र में काम करने के साथ साथ मध्यप्रदेश व भारत सरकार की मंशानुसार महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है। सोसायटी द्वारा महिलाओं के लिये निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र भी चलाया जा रहा है। इस केन्द्र में हर वर्ग की महिलाओं को 6 महीने का निः शुल्क प्रशिक्षण का दिलाया जाता है जिसके एक बैच में 30 से 35 महिलाओं को शामिल किया जाता है। सोसायटी के मुताबिक अब तक 5 बैच में तकरीबन 150 महिलाओं को सिलाई का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा चुका है जिनमें अधिंकाश ने इसे अपने रोजगार का जरिया भी बना लिया है। आज आयोजित कार्यक्रम में सिलाई का प्रशिक्षण ले चुकी महिलाओं को प्रमाणपत्र भी वितरित किया गया है।
सामाजिक कार्यो में भी पीछे नहीं सोसायटी
बच्चों को एजुकेशन व महिलाओं को अत्मनिर्भर बनाने के क्षेत्र में काम करने वाली इस्लामिक वेलयफेयर सोसायटी सामाजिक कार्यो में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का काम करती है। सोसायटी द्वारा कोरोना काल में बेरोजगार हुये युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिये आर्थिक मदद की ताकि लोग अपना रोजगार दोबारा से शुरु कर सके। इसके अलावा सोसायटी गरीब परिवार की बेटियों की शादी में मदद करने का काम कर सामाजिक कार्याे को अंजाम दे रही है।